
पिपलियामंडी। मध्यप्रदेश असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रणजीतसिंह शक्तावत पर गंभीर आरोप लगे हैं। जिले में शराब ठेकों पर कार्य कर चुके 26 मजदूरों ने उन पर दो माह की मजदूरी न देने, धमकाने और ठगी का आरोप लगाया है। मजदूरों के अनुसार मार्च से मई 2025 तक उन्हें 15,000 मासिक वेतन, भोजन, शराब और वाहन किराए की शर्तों पर काम पर रखा गया था। 17 मई के बाद बिना पूर्व सूचना सभी को हटा दिया गया और अब तक उनका लाखों रुपये का बकाया भुगतान नहीं हुआ।
मजदूरों का आरोप है कि जब उन्होंने मजदूरी मांगी, तो शक्तावत और उनके पुत्र भारतसिंह ने गोली मारने की धमकी दी। उनके घर पर मौजूद गनमैन भी डराता है। शिकायत में विश्व हिंदू परिषद के सनी चौहान का नाम भी मध्यस्थ के रूप में सामने आया है, जिन्होंने मजदूरों को यह कहकर भगा दिया कि अब तुम्हारा काम यहां नहीं है।
रणजीतसिंह ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए राजनीतिक साजिश बताया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और दोनों पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। मजदूरों ने प्रशासन से न्याय की अपील की है।
