
देवास। शासकीय नर्सिंग कॉलेज देवास में फैली अव्यवस्था, गंदगी और प्रशासनिक लापरवाही को लेकर आखिरकार बड़ी कार्रवाई हुई है। बीते दिनों छात्राओं ने खुले तौर पर आवाज़ उठाई थी कि हॉस्टल और कैंपस में बेहद खराब हालात हैं। शिकायतें मीडिया में आते ही मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में पहुंचा, जिसके बाद डिप्टी कलेक्टर अभिषेक शर्मा ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
जांच में सामने आया कि हॉस्टल की पानी की टंकी में मृत सांप मिला था, बावजूद इसके उसी पानी का उपयोग रसोई में खाने बनाने में किया गया। छात्राओं ने बताया कि खाना बेहद खराब और अस्वच्छ होता है, जिससे कई छात्राएं बीमार पड़ चुकी हैं। वहीं, कॉलेज के वॉटर कूलर महीनों से खराब हैं, बाथरूमों की सफाई नहीं होती और चारों ओर बदबू और गंदगी रहती है।
छात्राओं ने प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाए कि जब भी कोई छात्रा शिकायत करती है, तो उसे धमकाया जाता है। उन्हें कहा जाता जिसे नहीं खाना है, वह हॉस्टल छोड़ दे, या फिर उन पर जुर्माना ठोकने की बात कही जाती थी। छात्राओं ने डर के कारण पहले चुप्पी साध रखी थी, लेकिन अब खुलकर सामने आईं।
जांच रिपोर्ट कलेक्टर ऋतुराज सिंह को सौंपी गई, जिसके आधार पर क्षेत्रीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य ने कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य निहारिका श्रीवास्तव और सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ बाबू पुरुषोत्तम पाटीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इस कार्रवाई के बाद छात्राओं ने राहत की सांस ली है और कॉलेज की व्यवस्थाओं में सुधार की उम्मीद जताई है। उन्होंने मांग की है कि अब नियमित रूप से सफाई और भोजन की गुणवत्ता की निगरानी की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।
