नयी दिल्ली, 24 जुलाई (वार्ता) लोकसभा में कांग्रेस के व्हिप मणिक्कम टैगोर ने आरोप लगाया है कि बिहार में गरीबों को बड़े पैमाने पर मताधिकार से वंचित करने की चुनाव आयोग की प्रक्रिया चल रही है और इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए इसलिए सारे काम रोक कर लोकसभा में इस बारे में चर्चा कराई जानी चाहिए।
श्री टैगोर ने आज लोकसभा अध्यक्ष को लिखा है कि मोदी सरकार की निगरानी में 52 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने की चुनाव आयोग के जरिए प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने कहा “मैं लोकसभा में प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियम के नियम 56 के अंतर्गत यह स्थगन प्रस्ताव राष्ट्रीय और संवैधानिक महत्व के एक अत्यावश्यक और गंभीर मुद्दे को उठाने के लिए प्रस्तुत करता हूँ।”
उन्होंने कहा कि सदन चुनाव आयोग के इस चौंकाने वाले और असंवैधानिक कृत्य पर तत्काल चर्चा करने के लिए स्थगित हो। अकेले बिहार में मतदाता सूची से 52 लाख से अधिक नाम हटाए गए है और यह गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़े समुदायों के मताधिकार पर एक अभूतपूर्व हमला है।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर मताधिकार से वंचित करने का यह कृत्य संस्थागत मतदाता सफ़ाई से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए।
