
ग्वालियर। जेसी मिल, सिमको, रेयान, स्टील फाउंड्री जैसे बिरला समूह के कारखानों के एक के बाद एक बंद होने के बाद उपनगर ग्वालियर में बेरोज़गारी और गरीबी तो बढ़ी ही, स्वास्थ्य सुविधाएं भी बेहाल हो गईं। उपनगर ग्वालियर के विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर ने प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनते ही इस ओर ध्यान दिया और उन्हीं के जीतोड़ प्रयासों का नतीजा है कि जेसी मिल की श्रमिक बस्तियों के बीच स्थित बिरलानगर के सिविल हॉस्पिटल ने आज सर्वसुविधायुक्त स्वरूप ले लिया है।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर के मार्गदर्शन में सिविल अस्पताल बिरला नगर के चिकित्सा प्रभारी अधिकारी डॉ. जे के मसोरिया ने अल्पकाल में ही उपनगर ग्वालियर की मजदूर बस्ती में स्थित इस सरकारी अस्पताल में सुविधाओं के नए आयाम जोड़े हैं। डॉ. मसोरिया, चिकित्सा प्रभारी अधिकारी ने सिविल अस्पताल बिरला नगर के समस्त चिकित्सकीय स्टाफ को सख्त निर्देश दिए हैं कि कि रुग्ढ़ मानवता की सेवा के लक्ष्य को सर्वोपरि रखा जाए और यहां से कोई भी मरीज बिना इलाज के वापस नहीं लौटना चाहिए। डॉ. मसोरिया की इसी सख्ती का असर है कि यहां की व्यवस्थाएं चाक चौबंद हैं। डॉ मसोरिया इसका श्रेय क्षेत्र के ऊर्जावान विधायक और प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को देते हैं। वे कहते हैं कि मंत्री का मार्गदर्शन और निर्देश न होता तो हम कुछ भी नहीं कर पाते। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह स्वयं यहां की व्यवस्थाओं की नियमित मोनिटरिंग करते हैं।
इस माह 11 जुलाई को हेल्थ कमिश्नर का दौरा हॉस्पिटल में हुआ था। उन्होंने हॉस्पिटल में साफ सफाई की सराहना की और व्यवस्थाएं आगे बढ़ाने की सहमति प्रदान की। यहां नार्मल डिलेवरी, सीजर डिलेवरी में भी दुगना इजाफा हुआ है। इस हॉस्पिटल में पहले हर रोज 17 से 18 डिलेवरी प्रति माह हुआ करतीं थी जो कि आज हॉस्पिटल में सुविधा की दृष्टि से 1 जुलाई से 23 जुलाई तक 122 नार्मल डिलेवरीयां और 30 ऑपरेशन द्वारा डिलेवरी हुईं है इससे आंकलन लगाया जा रहा है आने बाले समय मे पेशेंटों की संख्या और अधिक हो सकती है।
*ऑर्थो एवं नेत्र चिकित्सा शुरू*
हॉस्पिटल में बरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ए.के. खरे द्वारा हड्डियों की बीमारी के मरीजों का इलाज किया जाता है एवं स्पेशलिस्ट नेत्र चिकित्सक डॉ. आर के कछावा आंखों से संवंधित बीमारी के मरीजों को देखते है
*आगामी समय में ये सुविधएं शुरू होंगी*
आने बाले समय मे कुछ विभाग जैसे मेडिसन, सर्जरी, नाक, कान गला के इलाज के लिये स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही इन विभागों में डॉक्टरों की नियुक्तियां की जाएंगी।
*प्रसूताओं को मिलता है पोस्टिक आहार*
जच्चा और बच्चा के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए हॉस्पिटल प्रबंधन संस्थान द्वारा सुबह दूध, चाय, टोस्ट का नाश्ता और दोपहर और रात को स्वादिष्ट दाल, सब्जी, सलाद, गुड़ के दो लड्डू के साथ चार रोटीयों की थाली दी जाती है
हॉस्पिटल में 2 ओ.टी.है। एक ओटी में प्रसूताओं का ऑपरेशन होता है और एक ओटी को ऑर्थो विभाग के लिए शुरू किया जाएगा। अभी यहां एक्सरे, सीआर मशीन और पैथलॉजी नहीं है। गायनिक विभाग में बरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अमित सक्सेना (एम.एस.), डॉ. सुप्रिया रोहित, डॉ. मानसी तिवारी, डॉ. मनप्रीत कौर, डॉ. अमिता आर्य सेवाएं दे रहे हैं।
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इनका कहना है
मैने 8 जुलाई को इस हॉस्पिटल का चार्ज संभाला था। आते ही सबसे पहली प्राथमिकता व्यवस्थित साफ सफाई पर रही। हॉस्पिटल में आने बाले मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो, इसका हम विशेष ख्याल रखते है। हॉस्पिटल में पीआईसीयू एवं एनबीएसयू की सुविधा है। पैथलॉजी और आईसीयू की डिमांड और रखी है।
डॉ. जे के मसोरिया
चिकित्सा प्रभारी अधिकारी
सिविल अस्पताल बिरला नगर ग्वालियर
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मेरी 18 जुलाई को यहां ऑपरेशन द्वारा बहुत अच्छे से डिलेवरी की गई। मुझे किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। हर रोज सुबह, दोपहर, शाम हमें यहां से नाश्ता से लेकर ताजा गर्म खाने की थाली दी जाती है।
यहाँ भर्ती मरीज एवं उनके अटेंडर ही शौचालय में गंदगी करते है। पानी ठीक से नहीं डालते है। कमी हम लोगों में है। यहाँ के सफाई कर्मचारी तो साफ सफाई का ध्यान बहुत रखते है। बड़े सर भी दिन में एक बार वार्ड में राउंड लगा जाते है।
राधा शाक्य-प्रसूता
सबलगढ़ ग्राम जलालगढ़
जिला मुरैना
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मेरी पत्नी को बेटा हुआ है। डिलेवरी ऑपरेशन से हुई है। हमें यहां कोई परेशानी नहीं हुई जच्चा और बच्चा का यहां पूरा ख्याल रखा जाता है। समय पर डॉक्टर और सिस्टर वार्ड में हर पेशेंट को देखने आते है। हमें इस बात की खुशी है कि उपनगर ग्वालियर में ऊर्जा मंत्री के प्रयास से हमारे क्षेत्र के हॉस्पिटल का जीर्णोद्धार कर सर्व सुविधायुक्त बनबा दिया है ।
टोनू भदौरिया- अटेंडर
पुरानी रेशम मिल हजीरा
