
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र (2025) की कार्यवाही आज, 21 जुलाई 2025 को हंगामेदार शुरुआत के साथ बाधित हुई। लोकसभा में विपक्षी सदस्यों के जोरदार विरोध और नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही को पहले ही आधे घंटे के लिए, और फिर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। सत्र के दूसरे दिन ही विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली, जिसके चलते सदन में सुचारु कामकाज संभव नहीं हो पाया।
इस बीच, प्रधानमंत्री ने सदन में एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सेना ने इस अभियान में सौ फीसदी लक्ष्य हासिल किया है। हालांकि, हंगामे के चलते प्रधानमंत्री के इस बयान पर विस्तृत चर्चा नहीं हो पाई। यह सत्र कई महत्वपूर्ण विधेयकों और ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा के लिए निर्धारित है, लेकिन शुरुआती दिनों में ही जिस तरह का गतिरोध देखा जा रहा है, उससे सत्र के सुचारु संचालन पर सवाल खड़े हो गए हैं। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा गर्म है कि आगामी दिनों में भी यह गतिरोध जारी रह सकता है, जिससे विधायी कार्यों पर असर पड़ सकता है।
