जवाहर नगर में फर्श गर्म होने की रहस्यमयी घटना,भू-गर्भीय गतिविधियों की आशंका

सतना: शहर के जवाहर नगर इलाके में एक अजीबोगरीब घटना ने स्थानीय निवासियों और विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है। यहां एक घर के फर्श के असामान्य रूप से गर्म होने की घटना सामने आई है, जिसके कारणों का पता लगाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, माइनिंग विभाग और भू-गर्भ शास्त्रियों की एक विशेषज्ञ टीम ने जांच शुरू की है। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए चिंता का विषय बनी है, बल्कि भू-गर्भीय गतिविधियों की संभावना को भी उजागर कर रही है।

जवाहर नगर निवासी शिवकुमार अंबेश के घर में यह घटना उस समय सामने आई, जब उनकी पत्नी सुबह करीब 7 बजे घर की गैलरी में झाड़ू लगा रही थीं। अचानक उन्हें फर्श से गर्मी का अहसास हुआ, और जब उन्होंने फर्श को छुआ, तो वह असामान्य रूप से गर्म था। इस असामान्य स्थिति से चिंतित होकर श्री अंबेश ने तुरंत अपने मित्र और भू-गर्भ शास्त्र के प्रोफेसर डॉ. शिवानंद को इसकी जानकारी दी। डॉ. शिवानंद ने बिना देरी किए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक राहुल द्विवेदी, माइनिंग विभाग और रीवा की भू-गर्भ शास्त्र (जियोलॉजी) टीम को सूचित किया।
सूचना मिलते ही विशेषज्ञों की एक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच के लिए लगभग 5 फीट तक की खुदाई की गई, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। जांच के दौरान यह पाया गया कि घर के नीचे से एक अर्थिंग तार गुजर रही थी, जिसे हटाने का प्रयास किया गया। हालांकि, तार हटाने के बावजूद फर्श की गर्माहट कम नहीं हुई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया कि इस घटना के पीछे किसी प्रकार का गैस रिसाव नहीं है।

लाइमस्टोन की उपस्थिति की संभावना
भू-गर्भ शास्त्रियों ने इस घटना के लिए एक संभावित वैज्ञानिक व्याख्या दी है। उनके अनुसार, सतना क्षेत्र में भूमिगत चूना पत्थर (लाइमस्टोन) की उपस्थिति और इसके जल के साथ संपर्क के कारण कार्बोनेशन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। कार्बोनेशन एक रासायनिक प्रक्रिया है, जिसमें चूना पत्थर (कैल्शियम कार्बोनेट) पानी और कार्बन डाइऑक्साइड के साथ प्रतिक्रिया करके गर्मी उत्पन्न करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रक्रिया के कारण फर्श गर्म हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि भविष्य में भूमिगत दरारों के माध्यम से यह गर्मी या गैस बाहर निकल सकती है, जिससे स्थिति और जटिल हो सकती है।

क्षेत्र की भू-गर्भीय पृष्ठभूमि
सतना जिला, जो विंध्य पठार पर स्थित है, भू-गर्भीय दृष्टिकोण से एक संवेदनशील क्षेत्र है। यह क्षेत्र चूना पत्थर और अन्य खनिजों के भंडार के लिए जाना जाता है। सतना और आसपास के क्षेत्रों में कई सीमेंट उद्योग भी स्थापित हैं, जो इस क्षेत्र में चूना पत्थर के खनन को दर्शाते हैं। भू-गर्भ शास्त्रियों का कहना है कि भूमिगत जलस्तर में बदलाव या भू-गर्भीय गतिविधियों के कारण ऐसी घटनाएं असामान्य नहीं हैं, लेकिन इनकी गहन जांच आवश्यक है।

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