सतना: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा के ऊपर लगाए गए आरोपों के आधार पर पुुलिस द्वारा की गई एफआईआर को लेकर सर्व समाज ने आपत्ति करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है.उल्लेखनीय है कि मंगलवार को मामला दर्ज होने के बाद अलग थलग पड़े भाजपा पूर्व अध्यक्ष श्री शर्मा ने वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया में अपना पक्ष प्रस्तुत कर इस बात के संकेत दिये थे कि उन्हें किसी राजनैतिक साजिश के तहत इस प्रकार के प्रकरण में फसाया जा रहा है.
इसके बाद प्रकरण दर्ज होने में जिस प्रकार की गतिविधियां स्पष्ट हुईं उससे इस साजिश में उच्च हस्ताक्षेप की गंध आ रही है. उन्होंने इस मामले में लोगों से अप्रत्यक्ष ढंग से सहयोग की अपील करते हुए स्पष्ट किया था कि उनके खिलाफ जो मामला दर्ज किया गया है उसके लिए वे दोषी नहीं हैं. इस घटनाक्रम के प्रकाश में आने के बाद बुधवार को समाज सेवक और राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय जन प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से बैठक कर सर्व समाज के माध्यम से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाने का निर्णय लिया.
गुरुवार को पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप विरोध प्रदर्शन की शुरुआत का पहला चरण सम्पन्न होना था इसी के तहत सुबह 10 बजे के आसपास बड़ी संख्या में सर्व समाज के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर इकट्ठे हुए. पहुचे जनप्रतिनिधियों ने वहां पर इस बात की मांग प्रारंभ कर दी कि पुलिस अधीक्षक स्वयं आकर ज्ञापन लें. किसी अन्य काम में व्यस्त होने के कारण पुलिस अधीक्षक ने सदस्यों को यह संदेश पहुंचाया कि सीमित संख्या में वे स्वयं कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी मांग और ज्ञापन दे सकते हैं. कुछ देर इसी बात की रस्साकशी दोनों पक्षों के बीच में चलती रही बाद में सर्व समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी आफिस के अन्दर जाकर ज्ञापन सौंपना पड़ा. बातचीत के दौरान पुलिस अधीक्षक ने प्राथमिक तौर पर कोई आश्वासन नहीं दिया लेकिन यह बात स्वीकार की कि वे इस मामले में पुन: जांच की व्यवस्था का प्रयास करेंगे.
