महंगाई: स्कूल सामग्री से सजा बाजार, बच्चों को लुभा रहे बैग व पेंसल बॉक्स

रायसेन। गर्मी की छुट्टियां समाप्त हो चुकी हैं, सोमवार से स्कूलों का नया एजुकेशन सेशन शुरू हो गया है। इसे लेकर छोटे बच्चों में ज्यादा उत्साह है। नए बैग, नई किताबों के साथ ही नई कक्षा में बैठने का भी उत्साह है। इस बीच मार्केट में किताब, बैग की खरीदारी भी शुरू हो गई है। बच्चे पैरेंट्स के साथ खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। बाजार में बच्चों के लिए कार्टून वाले बैग, कलरफुल पेंसल व आकर्षक डिजाइन वाले पेंसिल बॉक्स खूब पसंद आ रहे हैं। इधर शैक्षणिक सामग्रियों में महंगाई की मार भी अभिभावकों पर पड़ रही है। स्कूल यूनिफार्म से लेकर बैग, पेंसल बॉक्स आदि सब कुछ महंगा हो गया है, खरीददारी में अभिभावकों की जेब ढीली हो रही है।

नए लुक की सामग्री का बोझ ज्यादा

नर्सरी से पांचवी तक के बच्चों के लिए स्कूल बैग, पेंसिल बॉक्स आदि में कई सारी नई वेरायटी इस बार बाजार में आई हैं। लाइट वाले पेंसिल पेंसिल बॉक्स, इरेजर, कटर बॉक्स, कैची आदि के बॉक्स वाले पेंसिल बॉक्स के साथ ही अन्य डिजायनर पेंसिल बॉक्स डेढ़ सौ से पांच सौ रुपये तक की रेंज में बाजार में आए हैं, छोटे बच्चे इन्हीं को ज्यादा पंसद कर रहे हैं और अभिभावकों से खरीदने की जिद कर रहे हैं। जिससे अभिभावकों पर ज्यादा बोझ पड़ रहा है। इसी तरह स्कूल बैग की भी विभिन्न वेरायटी अभिभावकों पर ज्यादा बोझ डाल रही है।

काटूर्न वाले बैग

शारदा स्टेशनरी के संचालक संदीप दुबे ने बताया, स्कूल बैग में बच्चे सबसे ज्यादा कार्टून कैरेक्टर पसंद कर रहे हैं। इन दिनों सबसे ज्यादा फ्रोजन कैरेक्टर पसंद किए जा रहे हैं। छोटा भीम, स्पाइडर मैन, मोटू पतलू, पशु-पक्षी के करेक्टर आदि शामिल हैं।इन पशु पक्षी के आकार के स्कूल बैग बच्चे ज्यादा पसंद करते हैं।इन दिनों सबसे ज्यादा फ्रोजन कार्टून कैरेक्टर पसंद कर रहे हैं। छोटा भीम स्पाइडर मैन मोटू पतलू के बैग पसंद कर रहे हैं।इस समय रैन कवर बैग भी विभिन्न डिजाइन में आए हैं जो बारिश होने पर बैग को कवर कर लेते हैं।इनकी डिमांड भी बच्चों में ज्यादा है।उन्होंने बताया कि स्कूल बैग यूनिफॉर्म के दाम 15 से 20 फीसदी बढ़ गए हैं।

पेंसिल बॉक्स में सबसे ज्यादा हो रही माथापच्ची

एक स्टेशनरी के संचालक घनश्याम मालवीय,नितिन कांकर का कहना है कि सबसे ज्यादा डिजाइन पेंसिल बॉक्स में आते हैं।बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर बने पेंसिल बॉक्स मंगाए गए हैं। इसमें डोरेमोन , छोटा भीम,बेनटेन, मिकी माउस एंग्री बर्ड बने हुए हैं। बस ट्रक और कार डिजाइन वाले पेंसिल बॉक्स भी डिमांड में है।कई कपास बॉक्स के ऊपर गेस भी बने हुए हैं। जिससे बच्चे खेल भी सकते हैं। टॉर्च वाले कपास बॉक्स की डिमांड भी खूब रहती है।

क्या कहते हैं अभिभावक

01-साल दर साल शैक्षणिक सामग्रियों व प्राइवेट स्कूलों की फीस में बढोत्तरी हो रही है।महंगाई कमर तोड़ रही है।कॉलेज से लेकर नर्सरी पांचवीं आठवीं क्लास तक की हो गई है।फीस के अलावा स्कूल सामग्रियों की खरीदी ने भी घर के बजट को बिगाड़ दिया है।

दीपक राठौर अभिभावक


02-कमर तोड़ महंगाई छोटे बच्चों की पढ़ाई घर का बजट बिगाड़ रही है।स्कूल खुलते ही पेंसिल बॉक्स बैग बॉटलें कॉपी किताबों पेन के रेट इतने ज्यादा बढ़ गए हैं कि सामान्य आदमी की महंगाई से कमर टूट गई है।नई वैरायटी की शैक्षणिक सामग्री बच्चों को लुभा रही है।उनके दाम भी काफी ज्यादा है।

कृष्णा ठाकुर अभिभावक

 

 

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