
रहली।वर्षों से गांव के दबंगों की दहशत में रह रहे युवक की सरे आम हुई हत्या पर अहिरवार परिवार मृतक के परिजनों ने लगाया पुलिस पर रिश्वतखोरी का आरोप पहले की रिपोर्ट पर कार्यवाही करते तो आज यह हत्या ना होती उन्होंने सार्वजनिक रुप से कहा कि आज भी पुलिस देर से पहुंची जिससे आरोपी आसानी से भाग गये।
परिजनों ने बेबाक अपनी बात रखते हुए बताया कि जमीन का पुराना विवाद है मुश्किल से एक बार जमीन नापी गई तभी तहसीलदार पटवारी के सामने हम लोगों से मारपीट की गई थी किसी ने कुछ नहीं कहा था इसके बाद भी हमारी जमीन से दबंगों का कब्जा नहीं हटाया गया हम लोगों की जमीन से हमीं लोगों को नहीं निकलने दिया जा रहा मुश्किल से डर-डर के बोनी कर पाते हैं।ये लोग नहीं चाहते कि हम अहिरवार परिवार इस गांव में रहें।
शनिवार को सुबह मृतक युवक औंकार अहिरवार पिता मुलु अपनी मोटरसाइकिल से जा रहा था कि दबंगों ने रास्ते में पहले टेक्ट्रर से टक्कर मारी फिर छ: लोगों ने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। घटना के बाद परिवार और गांव वालों के साथ बेटे का शव लेकर थाने जा रहे थे तो पुलिस ने अस्पताल पर ही रोक दिया और कहा कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में जो रिपोर्ट आयेगी उसी अनुसार एफ आई आर होगी।
जैसे ही हत्या की खबर फैली गांव आसपास दूर दराज की समाज और रिश्तेदारों ने आकर अस्पताल चौराहे पर दोपहर लगभग दो बजे से शव सड़क पर रखकर बरसते पानी में चक्काजाम कर दिया जिससे जबलपुर देवरी गौरझामर की ओर जाने वाले मार्ग अवरुद्ध हो गये।
प्रदर्शनकारियों ने अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी करने एवं आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। मौके पर लगातार पुलिस बल बढ़ाया गया पहले रहली फिर एस डी ओ पुलिस प्रकाश मिश्रा के निर्देश पर अनुविभाग के चार थानों की पुलिस और अधिकारी प्रदर्शन स्थल पहुंचे और कानून व्यवस्था संभालने की हर चंद कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारी मानने को तैयार नहीं थे
शाम समय अभिषेक दीपू भार्गव ने प्रदर्शन स्थल पहुंचकर हर संभव न्याय दिलाने तथा आरोपियों को सजा दिलवाने के आश्वासन पर तथा अपनी ओर से एक लाख रुपया की आर्थिक मदद की घोषणा के बाद जाम ख़त्म किया और शव लेकर गांव रवाना हुए।
