सतना :महाराष्ट्र के जलगांव में स्थित चटाई फैक्ट्री में सतना के मजदूर की मौत हो जाने पर कंपनी प्रबंधन के संवेदनहीन रवैऐ के विरोध में परिजनों ने जिला कलेक्टोरेट में शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया. परिजनों द्वारा मृत मजदूर की पत्नी और बच्चों के पालन के लिए मुआवजे की मांग की गई. इस संबंध में एसडीएम सिटी द्वारा आश्वासन दिया गया कि शासन स्तर पर संबंधित कंपनी और जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
परिजनों का कहना था कि आशीष विश्वकर्मा महाराष्ट्र के जलगांव के औद्योगिक क्षेत्र में राजेंद्र जगन्नाथ बाघ की चटाई कंपनी में पिछले 18 वर्ष से कार्य कर रहा था. लेकिन फैक्ट्री में कार्य करने के बावजूद भी आशीष को ठेकेदार राजेश मिश्रा उर्फ दारा निवासी प्रयागराज उप्र के आधीन रखा गया था. वहां पर कार्य करने वाले अन्य कामगारों ने बताया कि फैक्ट्री में काम करने के दौरान आशीष को करेंट लगा था.
जिसके चलते उसे अटैक और हेमरेज हो गया. लेकिन कंपनी द्वारा घटना की सूचना वहां के शासन को नहीं दी गई. इतना ही नहीं बल्कि परिजनों को जानकारी दिए बिना ही आशीष के शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया. कंपनी के ठेकेदार द्वारा मृतक आशीष का शव एंबुलेंस के जरिए सतना तो भेज दिया गया. लेकिन मुआवजा राशि सहित अन्य स्वत्वों के भुगतान को लेकर कन्नी काट ली गई.
