मुम्बई 29 अप्रैल (वार्ता) इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) ने मंगलवार को मुम्बई में अपना नया कार्यालय खोलने की घोषणा की है। यह कार्यालय स्थानीय प्रशंसक, सहयोगियों के साथ संपर्क बढ़ाने, भारत में फुटबॉल को बढावा देने और लीग तथा उसके क्लबों की निरंतर विकास का समर्थन करने के लिए स्थापित किया गया है।
प्रीमियर लीग के मुख्य कार्यकारी रिचर्ड मास्टर्स ने कहा, “हम और हमारे क्लब भारत में एक शानदार और जानकारी प्रशंसक बेस रखते हैं और हम जानते हैं कि फुटबॉल की ख्याति लगातार बढ़ रही है। हम भारत के प्रति अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता पर गर्व महसूस करते हैं, जहां हम पिछले 18 वर्षों से सुमदायिक फुटबॉल कार्यक्रम चला रहे हैं और हाल ही में इंडियन सुपर लीग के साथ साझेदारी कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “इस कार्यालय का उद्घाटन प्रीमियर लीग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह हमें स्थानीय स्तर पर और अधिक असरदार तरीके से काम करने में मदद करेगा, जिससे हम प्रशंसक, जियोस्टार और अन्य साझेदारों के साथ अपने रिलेशनशिप को और मजबूत कर सकेंगे। हम इस क्षेत्र में इससे उत्पन्न होने वाले अवसर को लेकर उत्साहित हैं।”
प्रीमियर लीग भारत में फुटबॉल समुदाय के साथ लंबे समय से काम कर रही है। जमीनी स्तर पर, लीग ने 2007 से ब्रिटिश काउंसिल के साथ साझेदारी में प्रीमियर कौशल कार्यक्रम के माध्यम से समुदायिक फुटबॉल कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने में मदद की है। पिछले 18 वर्षों में, यह कार्यक्रम 18 से अधिक भारतीय राज्यों में संचालित किया गया है, जिसमें 7,300 से अधिक कोच, रेफरी और एजुकेटर्स को प्रशिक्षित किया गया है, जिससे एक लाख 24 हजार से अधिक युवाओं को लाभ मिला है।
उच्च स्तरीय फुटबॉल में, प्रीमियर लीग 2014 से इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के साथ मिलकर काम कर रही है। भारत में नया कार्यालय प्रीमियर लीग के अंतरराष्ट्रीय विस्तार का हिस्सा है। इससे पहले वर्ष 2019 में लीग ने सिंगापुर में अपना पहला अंंतरराष्ट्रीय कार्यालय खोला था, जिसका मकसद मुख्य रूप से प्रीमियर लीग कंटेंट की पाइरेसी से लड़ना और ब्रॉडकास्ट पार्टनर्स को सपोर्ट करना था। जुलाई 2023 में, लीग ने अमेरिका में फैन्स एंगेजमेंट को बढ़ाने और एनबीसी स्पोर्ट्स के साथ मिलकर काम करने के लिए न्यूयॉर्क में कार्यालय खोला। अक्टूबर 2024 में, लीग ने बीजिंग में भी एक कार्यालय खोला ताकि वहां फैन्स और पार्टनर्स के साथ एंगेजमेंट बढ़ाया जा सके और स्थानीय स्तर पर फुटबॉल को बढावा देने में मदद किया जा सके।