नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र , इजरायल , ऑस्ट्रेलिया , ब्रिटेन , यूरोपीय संघ सहित विश्व के अनेक नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए साथ ही मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की ही है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और अन्य शामिल हैं।
मंगलवार रात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर ने आतंकवादी हमले की निंदा की थी। हमले में 28 पर्यटक मारे गए थे। श्री ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करने और समर्थन व्यक्त करने के लिए उन्हें फोन भी किया था।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता द्वारा 22 अप्रैल को जारी बयान में श्री गुटेरेस ने जम्मू-कश्मीर में हुए सशस्त्र हमले की कड़ी निंदा की है।
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सवाल का जवाब देते हुए इस बात पर जोर दिया कि महासचिव ने हमले की निंदा की है। मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि एक बंदूकधारी ने क्षेत्र के दक्षिण में पहलगाम के निकट लोगों के एक समूह पर गोलीबारी की जिसमें 24 से अधिक लोग मारे गए।
उन्होंने कहा कि श्री गुटेरेस शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं तथा इस बात पर जोर देते हैं, “किसी भी परिस्थिति में नागरिकों पर हमले अस्वीकार्य हैं।” ब्रिटिश शासन की समाप्ति के बाद से ही जम्मू-कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद रहा है।
आज हमले की निंदा करने वालों में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन, यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, गुयाना के राष्ट्रपति इरफ़ान अली, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, श्रीलंका के प्रधानमंत्री अनुरा कुमारा दिसानायके, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान समेत कई अन्य लोग शामिल थे।
श्री स्टारमर ने ‘एक्स’ पर कहा, ”आज कश्मीर में हुआ भयानक आतंकवादी हमला बेहद विनाशकारी है। मेरी संवेदनाएँ प्रभावित लोगों, उनके प्रियजनों और भारत के लोगों के साथ हैं।”
श्री नेतन्याहू ने पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में इज़रायल भारत के साथ खड़ा है।उन्होंने कहा, ”मेरे प्रिय मित्र नरेन्द्र मोदी मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूँ जिसमें दर्जनों निर्दोष लोग मारे गए और घायल हुए। हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। इज़रायल आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में भारत
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि नेपाल भारत के साथ मजबूती से खड़ा है और आतंकवाद के किसी भी और सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।
उन्होंने कहा, ”पहलगाम में आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना। नेपाल भारत के साथ मजबूती से खड़ा है और आतंकवाद के किसी भी और सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।”
श्री ओली ने मारे गए लोगों में एक नेपाली नागरिक के होने की खबर का जिक्र करते हुए कहा,”पीड़ितों में एक नेपाली नागरिक की रिपोर्ट की पुष्टि करने के लिए करीबी समन्वय स्थापित किया गया है और सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।”
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा,”भारत में एक जघन्य हमला हुआ है जिसमें सभी क्षेत्रों के अनेक पुरुषों और महिलाओं की जान चली गई है। हम पीड़ितों के परिवारों के गहरे दुख को साझा करते हैं, जिनके प्रति मैं अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ।”
जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने अपने संदेश में कहा, ”हम पहलगाम में पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएँ पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हमारी हार्दिक संवेदनाएँ भारत के लोगों के साथ हैं।”
गुयाना के राष्ट्रपति इरफ़ान अली ने अपने संदेश में कहा कि यह आतंकवादी हमला चरमपंथ के विनाशकारी प्रभाव की एक दुखद याद दिलाता है और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा, ”महामहिम, नरेन्द्र मोदी मैं कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकर बहुत दुखी हूँ जिसमें कई लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। हिंसा का यह जघन्य कृत्य चरमपंथ के विनाशकारी प्रभाव की एक दुखद याद दिलाता है।”
उन्होंने कहा, ”मैं इस क्रूर हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूँ जिसका उद्देश्य भय और पीड़ा पैदा करना है। हिंसा कभी समाधान नहीं है; यह केवल दर्द और नुकसान के चक्र को बनाए रखती है। हमें शांति और समझ के लिए प्रयास करना चाहिए, ऐसे अत्याचारों से मुक्त भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि कृपया इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों और प्रियजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना व्यक्त करें। इस अविश्वसनीय रूप से कठिन समय में वे मेरे विचारों में हैं। ”आइए हम सभी हिंसा के ऐसे कृत्यों के खिलाफ एक साथ खड़े हों और शांति और करुणा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें।”
उन्होंने कहा,”मुझे विश्वास है कि इस भयानक हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने अपने संदेश में कहा कि यूरोप इस कठिन समय में भारत के साथ खड़ा है।उन्होंने कहा,”पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले ने कई मासूम लोगों की जान ले ली। मेरी गहरी संवेदनाएं नरेन्द्र मोदी और आज शोक में डूबे हर भारतीय के साथ हैं। फिर भी मैं जानती हूं कि भारत की भावना अटूट है।”
”आप इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से खड़े रहेंगे और यूरोप आपके साथ खड़ा रहेगा।”
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि आतंकी हमले का कोई औचित्य नहीं है और ऑस्ट्रेलिया इसकी निंदा करता है।उन्होंने कहा,”मैं जम्मू-कश्मीर में रात भर निर्दोष नागरिकों पर हुए भयानक आतंकी हमले से स्तब्ध हूं।इस हिंसा का कोई औचित्य नहीं है और ऑस्ट्रेलिया इसकी निंदा करता है।”
उन्होंने कहा,”हम घायलों, शोक में डूबे प्रियजनों और इस भयानक खबर से ऑस्ट्रेलिया में प्रभावित हुए हर व्यक्ति के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।”
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की।
श्री तोबगे ने कहा, ”कल पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के पीड़ितों और प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना और प्रार्थनाएँ। भूटान इस तरह के क्रूर आतंकवादी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है और एकजुटता और मित्रता के साथ भारत सरकार और लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है।”
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने अपने संदेश में कहा कि श्रीलंका इस कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है और भारत के लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा है।
उन्होंने कहा,”मैं भारत में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ। हमारी संवेदनाएँ पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। श्रीलंका हमेशा भारत के लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा है।”
भारत में चीनी राजदूत जू फेइहोंग ने अपने संदेश में हमले की निंदा की और कहा कि चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है।उन्होंने कहा, ”पहलगाम में हुए हमले से स्तब्ध हूँ और इसकी निंदा करता हूँ। पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदनाएँ और घायलों और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति। सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करें।”
यूक्रेनी दूतावास ने अपने संदेश में कहा,”यूक्रेन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले से बहुत चिंतित है। हम आतंकवाद के कारण प्रतिदिन जान गंवाते हैं और आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करते हैं। जब निर्दोष लोगों की हत्या होती है तो यह असहनीय दर्द होता है। अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा कि उनका देश भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।उन्होंने कहा, ”पहलगाम से भयानक खबर। डेनमार्क भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों और प्रियजनों के प्रति हमारी संवेदनाएँ।”
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा,”नेपाल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता है।”
उन्होंने कहा,”हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की हार्दिक कामना करते हैं।नेपाल इस दुख की घड़ी में भारत सरकार और लोगों के साथ एकजुटता में खड़ा है।”
उन्होंने कहा,”हमारे दृढ़ और सैद्धांतिक रुख के अनुरूप, नेपाल आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा करता है और मानता है कि आतंकवाद के ऐसे जघन्य कृत्यों को किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता और न ही ठहराया जाना चाहिए।”
भारत में मेक्सिको के दूतावास ने भी ”पहलगाम में जघन्य आतंकवादी हमले” की निंदा की।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने भी आतंकवादी हमले की निंदा की। मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाकई ने ”इस जघन्य कृत्य को एक गंभीर अपराध बताया जो सभी अंतरराष्ट्रीय कानूनी और मानवीय मानदंडों का घोर उल्लंघन है। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों के प्रति हार्दिक सहानुभूति व्यक्त की, साथ ही भारत सरकार और लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।”
श्री बाकई ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की स्पष्ट रूप से निंदा करने में इस्लामी गणराज्य ईरान की सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया। उन्होंने आतंकवाद को रोकने और उसका मुकाबला करने तथा इसके अपराधियों और प्रायोजकों के खिलाफ मुकदमा चलाने और उन्हें दंडित करने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर सहयोग और समन्वय को और मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता पर भी जोर दिया।”
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे आतंकवादी हमला बताए बिना कहा: ”हम अनंतनाग जिले में हुए हमले में पर्यटकों की जान जाने से चिंतित हैं। हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी आतंकी हमले की निंदा की। श्री सलमान के संदेश को कल जेद्दा में पीएम मोदी की उनके साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों पक्षों द्वारा जारी भारत-सऊदी संयुक्त बयान में शामिल किया गया।