सीहोर। जिले में सीएम राइज स्कूलों ( अब सांदीपनि स्कूल )में राज्य सरकार ने सेंट्रिक सर्कल पद्धति से बच्चों को प्रवेश देना तय किया है. दूरी के आधार पर शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा. मतलब सीएम राइज स्कूल से एक किमी की दूरी पर रहकर पढ़ाई करने वाले बच्चों को सबसे पहले प्राथमिकता दी जाएगी. इसके बाद दो और फिर तीन किमी दूरी के बच्चों को प्रवेश मिलेगा.
प्रदेश में शिवराज सरकार ने बच्चों को निजी स्कूलों के समान शिक्षा देने के उद्देश्य से हर जिले में एक सीएम राइज स्कूल खोलना तय किया था. बाद में इनकी संख्या बढ़ाई गई. इनके निर्माण के लिए राशि का आवंटन भी किया गया. सीहोर की बात करें तो जिले में 9 स्कूलों को सीएम राइज स्कूल का दर्जा मिला है. लोक शिक्षण संचालनालय ने इन स्कूलों में प्रवेश के लिए नीति जारी की. इसमें बताया कि सीएम राइज स्कूल केंद्र रहेगा. इससे 1 किमी दूरी के दायरे में आने वाले सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को कक्षावार प्रवेश दिया जाएगा. इसके बाद 2 किमी फिर 3 किमी दायरे में आने वाले विद्यार्थी प्रवेश पा सकेंगे. यदि सीएम राइज स्कूल में रिक्तियां अधिक हैं व 3 किमी दूरी से पूर्ति नहीं हो पा रही है तो फिर दायरा बढ़ाया जाएगा. इसमें यह भी नियम बनाया गया है कि यदि एक किमी दायरे से रिक्त सीटों की तुलना में अधिक आवेदन आते हैं तो प्रवेश लॉटरी सिस्टम से दिया जाएगा. प्रवेश के लिए इच्छुक विद्यार्थियों से सहमति पत्र लिया जाएगा. फिर शासन स्तर से सूची जारी की जाएगी. स्कूल प्रबंधन एडमिशन की तैयारियों में जुट गया है. बता दें कि जो स्कूल जून तक पूर्ण हो जाएंगे उनकी लिस्ट अलग से जारी की जाएगी. सभी में प्रवेश के लिए अलग-अलग बिंदु भी दिए गए हैं. जारी आदेश में निजी स्कूलों के बच्चों के लिए कोई प्रावधान नहीं है. जून तक हैंडओवर होने वाले स्कूलों में प्रवेश नवनिर्मित भवन की क्षमता से न देकर वर्तमान विद्यालय की क्षमता के आधार पर देंगे.
