इटारसी। क्षेत्र संचालक सतपुड़ा टायगर रिजर्व नर्मदापुरम, राखी नंदा ने बताया कि 12 अप्रैल को एक नवजात मादा बाघ शावक की मृत्यु की घटना, सतपुड़ा टायगर रिजर्व के अंतर्गत परिक्षेत्र चूरना, बीट साकोट में कक्ष क्रमांक/202 में प्रकाश में आई, जिस पर एनटीसीए नई दिल्ली एवं कार्यालय मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक मध्यप्रदेश, भोपाल से जारी दिशा-निर्देशो के अनुरूप त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल को सुरक्षित किया व डॉग स्क्वाड की सहायता से घटना स्थल एवं उसके आसपास गहन छानबीन की कार्यवाही की गई।
इस दौरान अवैध शिकार के कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष साक्ष्य नहीं पाये गये। इसके साथ ही मृत नवजात मादा बाघ शावक की देह पूर्ण रूप से सुरक्षित पायी गयी। नवजात मादा बाघ शावक का पोस्टमार्टम विशेषज्ञ वन्यजीव चिकित्सकों डॉ. संजय कुमार सिंघई शासकीय पशु चिकित्सक, नर्मदापुरम एवं डॉ. गुरूदत्त शर्मा वन्यप्राणी चिकित्सक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, नर्मदापुरम ने किया। पोस्टमार्टम के दौरान नवजात मादा बाघ शावक के शरीर के अंग सुरक्षित पाये तथा प्रयोगशाला परीक्षण हेतु उसके महत्वपूर्ण अवयव सुरक्षित रखे गये।