बेंगलुरु (वार्ता) कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने शहर में हाल ही में हुई यौन उत्पीड़न की घटना पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी पर बढ़ती आलोचना के बीच मंगलवार को माफी मांगी।
कांग्रेस नेता ने कहा, ”अगर मेरे शब्दों से दुख पहुंचा है तो मैं ईमानदारी से माफी मांगता हूं।”
विपक्ष और नागरिक समाज द्वारा कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर असंवेदनशीलता और प्रशासनिक उदासीनता का आरोप लगाने के बाद व्यापक आलोचना के बाद माफी मांगी गई।
बीटीएम लेआउट में एक क्रूर हमले के जवाब में डा़ परमेश्वर की टिप्पणी – ”ऐसी घटनाएं बड़े शहरों में यहां-वहां होती रहती हैं” को खारिज करने वाली और बेतुकी करार दिया गया।
सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद आक्रोश भड़क गया। फुटेज में कथित तौर पर एक व्यक्ति दिनदहाड़े एक महिला को छूता हुआ दिखाई दे रहा था।
पुलिस ने मारपीट और यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है लेकिन पीड़िता की ओर से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
डा़ परमेश्वर ने बढ़ते राजनीतिक तनाव का सामना करते हुए अपना रुख स्पष्ट करने का प्रयास किया। निर्भया योजना के तहत विभिन्न पहलों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ”मैं हमेशा महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए खड़ा रहा हूं।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने मंत्री की टिप्पणी को ”प्रशासनिक पतन की स्वीकृति” कहा।
पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने टिप्पणी को ”महिला विरोधी और शर्मनाक” करार दिया। दोनों नेताओं ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया।
