सीहोर. शहर की सूरत को संवारने के लिए नपा ने 311 करोड़ रुपए का बजट पेश किया. इस भारी- भरकम राशि से सीवन का सौंदर्यीकरण के अलावा सीवेज का जाल बिछेगा. इसके अलावा डामरीकरण कार्य, कॉम्प्लेक्स आडोटोरियम हाल, जिम, स्विमिंग पूल निर्माण का कार्य किया जाएगा.
शहर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का बजट बनाया गया है. इसमें नागरिकों की हर सुविधा का ध्यान रखा गया है. करीब 311 करोड़ से अधिक के बजट में सबसे ज्यादा 52 करोड़ अमृत योजना मिशन 2.0 के तहत खर्च होंगे. उक्त विचार नपा के सभाकक्ष में प्रस्तावित बजट वित्तीय वर्ष का सर्व सम्मति से बजट पेश करते हुए नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर ने कहे.
उन्होंने कहा कि केन्द्र और प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार के आशीर्वाद से शहर को महानगर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहाकि भूजल स्तर गिरता जा रहा है, इसके लिए अब भवन निर्माण में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की शर्त अनिवार्य करने के अलावा एक राष्ट्र एक चुनाव का प्रस्ताव भी पारित किया गया है. वाटर हार्वेस्टिंग का सिस्टम प्रदेश और देश के लिए भी जरूरी है.
सभापति अजय पाल राजपूत ने बजट पेश किया. बैठक के दौरान सभी पार्षदों ने शहर के अरबों रुपए के इस बजट को सर्व सम्मति से हर्ष व्यक्त करते हुए अपना समर्थन किया. विशेष सम्मेलन के दौरान नपा सीएमओ भूपेन्द्र दीक्षित नपा उपाध्यक्ष विपिन सास्ता के अलावा पार्षद गण और नपा अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.
उन्होंने बताया कि इसमें पानी की लाइन के साथ सीवर लाइन बिछाने के अलावा पार्कों का सौंदर्यीकरण, घाटों का नवनिर्माण, डामरीकरण कार्य, आडोटोरियम हाल, जिम, स्विमिंग पूल निर्माण, शहर में स्टेडियम निर्माण, ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन ट्रंचिंग ग्राउंड, नवीन कार्यालय भवन ग्रीन ब्लिडिंग, सोलर प्लांट, नवीन गीता भवन निर्माण लागत बीस करोड़, मुख्यमंत्री घोषणा से विकास कार्य, ट्रंचिंग ग्राउंड में लीगेसी वेस्ट का बायोरेमेडियेशन और नवीन दुकान, काम्प्लेक्स निर्माण आदि किया जाना है.नपा अध्यक्ष श्री राठौर ने कहा कि शहर को महानगर की तर्ज पर विकसित करने के लिए हम पूरी तरह से एकजुट है. जिसके अंतर्गत विशेषकर उक्त नवीन प्रस्तावित कार्य है तथ मुख्य रूप से शहर में नवीन सड़क, नाली, जल प्रदाय, सौंदर्यीकरण और स्वच्छता आदि पर विशेष ध्यान दिया गया है.
अब वाटर हार्वेस्टिंग के लिए जमा करना होंगे 25 हजार
नपा रेन वॉटर हार्वेस्टिंग लगाने की शर्त पूरी करने के लिए भवन निर्माताओं से आठ हजार रुपए अग्रिम जमा कराती है. इसके बाद उन्हें निर्माण के लिए एनओसी दी जाती है. सिस्टम लगाने के प्रमाण देने के बाद यह राशि वापस कर दी जाती है, लेकिन अब करीब 25 हजार रुपए जमा कराए जाऐंगे और एक टीम का गठन कर निर्माणाधीन मकानों का निरीक्षण भी किया जाएगा. जिन मकानों में सिस्टम नहीं लगा है उस पर कार्रवाई करने की बात भी कही गई है.
बनेंगे पुल और नपा का नया भवन
बजट का विवरण
कुल व्यय-3.11,86,00,000
शुद्ध लाभ-66000
नवीन प्रस्तावित कार्य
नवीन कार्यालय भवन निर्माण कार्य-पांच करोड़
पुल निर्माण कोतवाली, इंग्लिशपुरा, मछलीपुल, दूल्हा बादशाह 19.27 करोड़. सीवन नदी घाट निर्माण, सौंदर्यीकरण, हाउसिंग बोर्ड, तालाब, फूट तालाब आदि 22 करोड़ सहित दो दर्जन से अधिक विकास कार्य पर चर्चा.