भोपाल। ट्रेन मैनेजर पीयूष कुमार सिंह ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है . हाल ही में पूर्व मंत्री प्रभू सिंह ठाकुर का परिवार केरला एक्सप्रेस के बी-5 कोच में सीट संख्या 49 और 50 पर मथुरा से बीना तक यात्रा कर रहा था। यात्रा के दौरान परिवार की एक महिला की चांदी की पायल सीट के नीचे गिर गई, जिसकी जानकारी मंत्री के परिवार को नहीं हुई। इसी ट्रेन में सवार मेल ट्रेन मैनेजर पीयूष कुमार सिंह की नजर जब इस पायल पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए सहयात्रियों और टिकट निरीक्षक से संपर्क किया। यात्री के पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर लेकर उन्होंने जानकारी जुटाई और पाया कि यह पायल पूर्व मंत्री प्रभू सिंह ठाकुर के परिवार की है।
यात्रियों के बीच रेलवे के प्रति विश्वास
सिंह ने न केवल ईमानदारी का परिचय दिया बल्कि अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए स्वयं पूर्व मंत्री प्रभू सिंह ठाकुर के निवास पर जाकर वह पायल सम्मानपूर्वक परिवार को वापस की। ठाकुर ने सिंह की ईमानदारी और जिम्मेदारी की सराहना करते हुए प्रशंसा पत्र प्रदान किया। उन्होंने रेलवे प्रशासन को भी पत्र लिखकर पीयूष कुमार सिंह की प्रशंसा की।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने इस घटना को लेकर कहा कि पीयूष कुमार सिंह का यह सराहनीय कार्य रेलवे कर्मचारियों के लिए अनुकरणीय उदाहरण है। उनके इस प्रयास से रेल प्रशासन का मान बढ़ा है और यात्रियों के बीच रेलवे के प्रति विश्वास और भी मजबूत हुआ है।