इंदौर: शहर में नगर निगम विकास कार्य के लाख दावे कर लेकिन कहीं न कहीं पोल खुल ही ही जाती है. सीवरेज लाईन पर करोड़ों करने के बावजूद आज शहर के कई क्षेत्रों में खुली नालियां और गंदगी बहती है. इससे लोग आज भी परेशानियों से त्रस्त है.एलआईजी चौराहे से मालवीय नगर चौराहे के बीच एमआर-9 से लगा हुआ वार्ड क्रमांक 30 की कृष्ण बाग कॉलोनी नगर में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला है. कई वर्षों से यहां सीवरेज लाईन नहीं थी. नगर निगम के कई चुनाव आए और कई पार्षद भी बदले लेकिन सीवरेज लाईन को लेकर यहां के लोगों की समस्या ख़त्म नहीं हो रही है.
कृष्ण बाग कॉलोनी की गलियों में देखने पर पता चला कि सीवरेज लाइन है ही नहीं. यहां घरों के आगे गंदगी से भरी खुली हुई नालियां मौजूद है जिसे रहवासियों द्वारा फर्सी से ढका गया है. दिखावे के लिए पार्षद ने यहां के मुख्य मार्ग पर सीवरेज लाईन डाल दी लेकिन इस वार्ड हर गली में गंदगी का नज़ारा मौजूद है. बताया गया कि पूर्व पार्षद ने भी कार्य की कोई सुध नही लीं और वर्तमान पार्षद भी इसको लेकर कोई ध्यान नहीं देते हैं. अब सवाल यह उठता है कि सीवरेज को लेकर नगर निगम हर वार्ड को लोखों रूपए देने की बात करता है. यहां का बजट आते ही कहां खर्च हो गया आज तक पता नहीं किया गया.
इनका कहना है
क्षेत्र से विकास तो गायब है. रोज खुली नालियां भर जाती है. क्षेत्रीय पार्षद को कहो तो वह भी नहीं सुनते. इस जानलेवा खुली नालियों में कई बार छोटे बच्चे भी गिर चुके हैं.
– अंकित ऐकले
ज़रा सी देर में नालियां ओवर फ्लो होकर सड़क पर बहती है. जिसमें कीड़े मकोड़े रेंगते हैं. सफाई कर्मियों को कहो तो कहते है चेंबर वालों का काम है वहां के कर्मियों का कहते हैं.
– शाहरूख़ चौधरी
पैतीस वर्ष से यहां रह रहा हूं. जबसे खुली नालियां देख रहा हूं. दिखावे के लिए पाईप मुख्य मार्ग पर डाल दिया वह भी धंस जाते हैं. इमानदारी से क्षेत्र का विकास हो चाहिए.
ृ- सुनील रॉय
पौने दो करोड़ का वर्क ऑर्डर पास
सीवरेज लाईन के लिए पौने दौ करोड़ का वर्क ऑडर पास हुआ है. इस कार्य के आरंभ होनें में करीब तीन महिने लगेंगे. कार्य पूरा होने से क्षेत्र में खुली नालियों की समस्यां ख़त्म हो जाएगी.
– मनिषा गगोरे पार्षद