इंदौर: शहर के चिड़ियाघर में पिछले तीन दिनों से अलग रौनक देखने को मिल रही है. दो दिनों में विभिन्न जानवरों का कुनबा बढ़ा और करीब 11 बच्चें पैदा हुए है. यह अपने आप में प्राणी संग्रहालय के लिए विशिष्ट बात कही जा सकती है. इसका एक मात्र कारण जानवरों को प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध होना है.इंदौर प्राणी संग्रहालय जानवरों का देश में बड़ा ब्रीडिंग सेंटर बन चुका है. पिछले तीन दिनों अलग अलग जानवर भालू, टाइगर जमुना, लायन शेरनी और हिप्पोपोटेमस ने बच्चों को जन्म दिया है.
इस प्रकार चिड़ियाघर में कुल 11 बच्चें पैदा हुए है. यह अपने आप में देश के किसी भी प्राणी संग्रहालय के मुकाबले इंदौर जू के लिए गर्व की बात है. पिछले तीन दिनों में भालू ने 5, शेरनी सुंदरी ने 2, टाइगर जमुना ने 3 जिसमें एक सफेद , हिप्पोपोटेमस ने एक बच्चें को जन्म दिया है। इसके साथ इंदौर प्राणी संग्रहालय की पहचान जानवरों के एक बड़े ब्रीडिंग सेंटर के लिए बन गई है. ध्यान रहे कि इंदौर प्राणी संग्रहालय से देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में 25 से ज्यादा टाइगर और लायन को भेजा गया है. विशिष्ट सफेद टाइगर को भी इंदौर ने देश के बड़े चिड़ियाघर को उपलब्ध करवाया है. अभी भी इंदौर में देश बड़े चिड़ियाघर के मुकाबले 12 टाइगर, 13 लायन और 3 तेंदुआ मौजूद है.
ब्रीडिंग सेंटर के रूप में बनी पहचान
प्राणी संग्रहालय प्रभारी डॉ. उत्तम यादव बताया कि इतनी संख्या में जानवरों का जन्म होने का कारण रेगुलर प्रोपर डाइट, नेचुरल एटमॉस्फेयर, मेडिकल चेकअप और स्ट्रेस फ्री नेचर देना है। इस वजह से इंदौर की पहचान जानवरों के एक बड़े ब्रीडिंग सेंटर के रूप में हो गई है।