यूपी-एमपी बार्डर चाकघाट में दोपहर फंसे वाहन, 10 किलो मीटर तक लगा रहा जाम, महाशिवरात्रि के पहले प्रशासन ने की तैयारी
नवभारत न्यूज
रीवा, 22 फरवरी, महाकुंभ प्रयागराज जाने वाले कुंभ यात्रियो की संख्या कम होने का नाम नही ले रही है. शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण भीड़ बढ़ जाती है. शनिवार को रीवा-प्रयागराज के अलावा रीवा मिर्जापुर मार्ग में लम्बा जाम लगा रहा. सुबह से हाइवे में कुंभ यात्रियो का लम्बा जाम लगा रहा. आने और जाने दोनो में जाम रहा.
गौरतलब है कि बड़े वाहनो की इंट्री रीवा-प्रयागराज मार्ग में नही है, हनुमना मार्ग से निकाला जा रहा है. जहा शनिवार को अच्छा खासा जाम देखने को मिला. दरअसल शनिवार को अवकाश रहा, जिसके कारण विंध्य के भी लोग कुंभ स्नान के लिये निकल पड़े. बार्डर पर रूक-रूक कर देर रात तक जाम लगता रहा. 10 किलो मीटर तक वाहनो की कतार लगी रही. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि अंतिम शाही स्नान है इसके बाद कुंभ की विदाई हो जायेगी. बाहर से आने वाले कुंभ यात्रियो की संख्या कम नही हो रही है. रीवा-नागपुर हाइवे में सबसे ज्यादा भीड़ वाहनो की है. रविवार को भी इसी तरह कुंभ यात्रियो की भीड़ रहेगी. सुबह के बाद अचानक दोपहर को भीड़ बढ़ी जोगिनिहाई टोल प्लाजा में एक घंटे तक दोपहर को आम लगा रहा. प्रतिदिन 30 से 35 हजार वाहन हाइवे से निकल रहे है. एमपी-यूपी बार्डर चाकघाट में लम्बा जाम था. यूपी में नैनी के पास वाहनो को रोक दिया गया था जिसके कारण बार्डर पर वाहनो का जाम लग गया. एडिशनल एसपी विवेक लाल ने बताया कि महाकुंभ के अंतिम दौर और इसके पहले आखिरी वीकेंड में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी. भारी वाहनों को कटनी से ही वैकल्पिक मार्ग पर भेजा जा रहा है. वाहनों को शहडोल और सीधी होते हुए हनुमना की ओर भेजा जा रहा है. हनुमना और मिर्जापुर से आने वाले वाहनों के लिए भी यही रूट निर्धारित किया है. मनगवां से मिर्जापुर की ओर वाहनों का रूट डायवर्जन जारी है.
कुंभ यात्रियो के चलते शहर में लग रहा जाम
कुंभ स्नान के लिये यात्री रीवा-प्रयागराज मार्ग से गुजर रहे है. दक्षिण भारत के लोग ज्यादातर नागपुर होते हुए रीवा से गुजर रहे है. बाईपास होने के बावजूद शहर से वाहन निकलते है, दिन हो या रात लगातार हजारो वाहन बीच शहर से गुजरते है जिसके कारण शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ गई है. हर चौराहे में लम्बा जाम लगता है, दरअसल बाईपास के बजाय वाहन सीधे शहर में प्रवेश कर जाते है और होटल में रूकने के अलावा शहर के बीच से निकलते है. जिसके कारण यातायात का दबाव बढ़ जाता है, रात में स्थित और बिगड़ जाती है. एक साथ सैकड़ो वाहन कतार में निकलते है.