तो टाटा को करेंगे बाय-बाय , प्रमुख सचिव हुए नाराज

प्रोजेक्ट्स 15 दिसंबर तक प्रगति दिखाएं अन्यथा कंपनी को करेंगे टर्मिनेट

 

उज्जैन। टाटा कंपनी के लापरवाही जिस तरीके से लगातार वर्षों से चल रही है ऐसे में इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सडक़ दुर्घटनाओं से लेकर अन्य परेशानियां आम जनता को उठाना पड़ रही है। प्रोजेक्ट खत्म होने की डेडलाइन गुजर जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ है प्रमुख सचिव ने नाराज की जाहिर करते हुए कहा है कि टाटा को टर्मिनेट कर देंगे। प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने शनिवार 30 नवंबर को प्रात: कलेक्टर सभागृह में उज्जैन के नगरी प्रशासन के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान टाटा प्रोजेक्ट कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए।

अमृत 1 और अमृत 2 प्रोजेक्ट के अंतर्गत सिवरेज प्रोजेक्ट समय पर पूरा करें इसके लिए 15 दिसंबर तक प्रोग्रेस रिपोर्ट तैयार कर दिन प्रतिदिन की उपलब्धियां शेयर करें अन्यथा कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई की जावेगी। नगर निगम के कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी कार्यों को अलग-अलग वर्गीकृत किया जाए जो कार्य चल रहे हैं। उनकी अलग सूची बनाई जावे और जिन कार्यों के प्रस्ताव लंबित है उनकी अलग सूची बनाकर कार्य किया जावे। इन सूचियां को लगातार अपडेट भी किया जाए ।

उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि नानाखेड़ा व्यावसायिक से आवासीय भवन जिला परिसर का अगले माह उद्घाटन हो जाएगा। इसके साथ ही इसमें बनाए गए आवासीय परिसरों पर कमर्शियल के आधार पर ही कार्य किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के संबंध में भी प्रमुख सचिव ने कहा कि सभी कार्यों को व्यवसायिकता के आधार पर ही सुनिश्चित किया जाए जिससे कि प्रोजेक्ट के संचालन में समस्या ना हो और राशि की उपलब्धता स्थानीय स्तर पर भी संभव हो।

 

मल्टीलेवल पार्किंग और चौड़ीकरण

बैठक में सिंहस्थ संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने बताया कि उज्जैन में तीन जगह मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था के प्रस्ताव हैं। इसके साथ ही 5 से अधिक मार्गों पर चौड़ीकरण का काम और इसी प्रकार अन्य कार्यों के प्रस्ताव की बात रखी गई। गीता वन निर्माण के संबंध में प्रमुख सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गीता वन का निर्माण पर्यावरण अनुकूलन के हिसाब से किया जावे इसमें मानव सहयोगी और आध्यात्मिक स्वरूप का प्रतिरूप पर हो। इसके साथ ही सांस्कृतिक विरासत और खुले-खुले परिसर होना चाहिए। जिसमें आध्यात्मिक के साथ अध्ययन के लिए भी पर्याप्त माहौल होना चाहिए।

 

महाकाल भक्त निवास और यूनिटी मॉल

समीक्षा के दौरान उज्जैन विकास प्राधिकरण के चल रहे कार्यों को समीक्षा करते हुए कहा कि व्यावसायिक गतिविधियों को व्यवसायिक तरीके से ही संचालित करें। कार्य की लागत उसके अनुपात में प्राप्त होने वाली राशि के आधार पर कार्य करें। महाकाल भक्त निवास, मॉल और विक्रम नगर के पास आने वाले प्रोजेक्ट के लिए भी दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं देवास गेट बस स्टैंड को बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर ही कार्य करने के संबंध में सुझाव दिए हैं। प्रमुख सचिव ने हाउसिंग बोर्ड की भी समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कार्यशैली में सुधार लाएं और दिए गए समय में पूरा नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की।

 

बैठक में संभाग आयुक्त संजय गुप्ता, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप सोनी, स्मार्ट सिटी के सीईओ और इसी के साथ अन्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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