भोपाल, 25 मई मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि खरीफ के लिए सभी स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी कालाबाजारी की संभावना निर्मित न हो। प्रदेश में पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार से निरंतर सम्पर्क किया जा रहा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार डॉ. यादव आज यहां मंत्रालय में कृषि आदान की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव सहकारिता दीपाली रस्तोगी तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषकों को संतुलित उर्वरक एनपीके के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने प्रदेश में यूरिया, डीएपी, एनपीक., एसएसपी और एमओपी उर्वरक की माँग, अब तक प्राप्त मात्रा तथा वितरण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की।
बैठक में धान, कोदो, कुटकी, मक्का, ज्वार, बाजरा, उड़द, मूंगफली, सोयाबीन, कपास आदि के बीज की उपलब्धता की भी जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल उपार्जन में अच्छी गुणवत्ता की पैदावार लाने वाले किसानों को सम्मानित व पुरस्कृत करने की प्रक्रिया भी आरंभ की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खाद के उपयोग को बढ़ाने के लिए किसानों को प्रेरित किया जाए। बॉयो फर्टिलाइजर का उपयोग करने वाले किसानों की मदद के लिए व्यवस्था विकसित की जाए, जिससे कृषक ऑर्गेनिक उत्पाद लेने के लिए आगे आएं। पशुपालन-कम्पोस्टिंग को समन्वित करते हुए श्रीअन्न की उपज लेने के लिए भी किसानों को प्रेरित करने की आवश्यकता है। इससे फसल चक्र को संतुलित बनाए रखने में मदद मिलेगी और भूमि की उर्वरकता भी लंबे समय तक बनी रहेगी।
डॉ यादव ने कहा कि गौ-वंश की सुरक्षा और उनकी उचित देखभाल के लिए गौ-सेवा संगठनों, सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के साथ ग्राम स्तर पर पहल की जाए।