भोपाल, (वार्ता) लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मध्यप्रदेश में शुक्रवार को छह संसदीय क्षेत्राें में सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच एक करोड़ 11 लाख 62 हजार से अधिक मतदाता 12,828 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। मतदान पूर्ण होने के साथ ही 80 प्रत्याशियों की किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगी।
मतदान सुबह सात बजे से प्रारंभ होकर शाम छह बजे तक होगा। मतदान से डेढ़ घंटे पहले सुबह साढ़े पांच बजे से मॉकपोल की कार्यवाही को अंजाम दिया जाएगा। पहले चरण में अपेक्षाकृत कम मतदान के कारण निर्वाचन आयोग ने दूसरे चरण में सभी मतदाताओं से वोट डालने की अपील की है। कल शुक्रवार को छह संसदीय सीटों टीकमगढ़, दमोह, सतना, रीवा, खजुराहो और होशंगाबाद में मतदान होगा। मतदान के दिन संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में सार्वजनिक और सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि छह संसदीय क्षेत्रों में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 11 लाख 62 हजार से अधिक है। इसमें 58 लाख 32 हजार से अधिक पुरुष, 53 लाख 29 हजार से अधिक महिलाएं और थर्ड जेंडर के 155 मतदाता शामिल हैं। कुल 12828 मतदान केंद्रों में से 1136 मतदान केंद्र महिलाओं द्वारा संचालित हैं। बत्तीस मतदान केंद्रों का संचालन दिव्यांग कर्मचारी करेंगे। निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराने के लिए 51 हजार से अधिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है। लगभग दस प्रतिशत कर्मचारी रिजर्व रखे गए हैं। मतदान केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था के भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
इन छह संसदीय क्षेत्रों में कुल 80 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें 75 पुरुष, चार महिलाएं और एक प्रत्याशी थर्ड जेंडर का शामिल है। सबसे अधिक 19 प्रत्याशी सतना संसदीय क्षेत्र में और सबसे कम सात प्रत्याशी टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र में हैं।
इसके अलावा दमोह, खजुराहो और रीवा में 14-14 तथा होशंगाबाद में 12 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पहले इस चरण में बैतूल संसदीय क्षेत्र में भी मतदान होना था, लेकिन वहां से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी का देहांत हो जाने के कारण वहां मतदान की तारीख आगे कर दी गई। बैतूल में अब सात मई को तीसरे चरण के मतदान के समय वोट डाले जाएंगे।
दूसरे चरण में सबकी नजरें खजुराहो सीट पर टिकी हुईं हैं, जहां से भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मौजूदा सांसद विष्णुदत्त शर्मा चुनावी मैदान में हैं। कांग्रेस ने ये सीट अपने गठबंधन साथी समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दी थी, लेकिन यहां से सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त हो गया। ऐसे में अब विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की ओर से ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के प्रत्याशी आर बी प्रजापति को समर्थन देने की घोषणा की गई है।
वर्तमान में इन सभी छह सीटों पर भाजपा का कब्जा है। राज्य में कुल 29 लोकसभा सीट हैं, जिनमें से छिंदवाड़ा को छोड़कर सभी 28 सीटों पर भाजपा का परचम लहरा रहा है। पहले चरण में छह सीटों पर मतदान 19 अप्रैल को हो चुका है और औसतन मतदान 67 प्रतिशत से कुछ अधिक रहा। यह प्रतिशत पिछली बार की तुलना में लगभग सात प्रतिशत कम रहा। दूसरे चरण में भी छह सीटों पर मतदान कल होगा। नौ सीटों पर मतदान 07 मई को और शेष आठ सीटों मतदान अंतिम चरण में 13 मई को होगा। राज्य में सभी सीटों पर मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ दल भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच ही है।