बोले: आदतन अपराधियों को चिन्हित कर जमानत निरस्त करायें
जबलपुर:सायबर अपराधों एवं नशे से जुडे कारोबार के आरोपियों पर अंकुश लगायें जाएं। इसके साथ सायबर अपराधों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम भी चलाये। ऐसे आदतन अपराधी जो जमानत पर रिहा होने के पश्चात पुन: अपराध करते है उन्हें चिन्हित करते हुये उनकी जमानत निरस्तीकरण की कार्यवाही कराये। यह बातें पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने पुलिस कन्ट्रोलरूम में जिले में पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी की बैठक लेते हुए कहीं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीएम हेल्प लाईन की शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर संतुष्टीपूर्ण निकाल करें। लंबित धारा 363, 137 (2) बीएनए के प्रकरण में अपहृत अवयस्क बालक, बालिकाअेंा की हर सम्भव प्रयास कर दस्तयाबी करें।
चाकूबाजी पर जताई नाराजगी
चाकूबाजी के बढ़ते मामलों पर कप्तान ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधी जिनके 2 या 2 से अधिक अपराध हैं, एवं सक्रीय गुण्डा बदमाश एवं चाकूबाज के विरूद्ध उनके अपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते सभी के विरूद्ध भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत कार्यवाही की जाये। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) समर वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमति सोनाली दुबे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) प्रदीप कुमार शेण्डे की उपस्थिति रहे।
लंंबित अपराध का करो निराकरण
इसके साथ ही त्रिवार्षिक तुलनात्मक अपराधों की समीक्षा की। लंबित अपराध एवं चालान एवं मर्ग की समीक्षा करते हुये आपके द्वारा आदेशित किया गया कि वर्ष के आखरी 25 दिन बचे हैं, लंबित अपराध, चालान, मर्ग का प्राथमिकता के आधार पर निकाल करें।
10 बजे से चैकिंग प्वाइंट लगाकर कार्यवाही की जाये
इसके साथ ही 1 वर्ष से अधिक अवधि के लंबित वारंटों की प्रथक-प्रथक फाईल तैयार कर, सभी पर ईनाम उद्घोषित करायें एवं अधिक से अधिक वारंटों की तामीली करें। इसके साथ ही रात्रि 10 बजे से चैकिंग प्वाईट लगाते हुये शराब पीेकर वाहन चलाने वाले, बिना नम्बर, अमानक नम्बर वाले वाहन चालकों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये।