लंदन 12 अगस्त (वार्ता) अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी ने ईरान से आगे ऐसी कार्रवाइयों से बचने का आह्वान किया है, जिससे मध्य पूर्व में स्थिति और बिगड़ सकती है।
ब्रिटेन सरकार द्वारा सोमवार को जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि “हम ईरान और उसके सहयोगियों से ऐसे हमलों से बचने का आह्वान करते हैं, जो क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाएंगे और युद्धविराम तथा बंधकों की रिहाई पर सहमति बनाने के अवसर को खतरे में डालेंगे। वे उन कार्रवाइयों के लिए जिम्मेदार होंगे, जो शांति और स्थिरता के इस अवसर को खतरे में डालती हैं। मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ाने से किसी भी देश या राष्ट्र को कोई लाभ नहीं होगा।”
बयान के मुताबिक इन देशों के नेताओं ने कहा कि वे क्षेत्र में तनावपूर्ण घटनाक्रमों से चिंतित हैं और तनाव कम करने तथा क्षेत्रीय स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता में एकजुट हैं। बयान में कहा गया , “हम, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेता, युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई पर समझौते की दिशा में कतर, मिस्र और अमेरिका में हमारे भागीदारों के अथक काम का स्वागत करते हैं।”
इस बीच फिलिस्तीनी आंदोलन हमास ने 15 अगस्त को गाजा पट्टी में युद्ध विराम पर इजरायल के साथ वार्ता के अंतिम दौर में भाग लेने के लिए अमेरिका, कतर और मिस्र के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। पिछले हफ्ते मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह सिसी ने घोषणा की कि मिस्र, कतर और अमेरिका ने एक बयान जारी कर इजरायल और हमास से 14-15 अगस्त को युद्ध विराम वार्ता फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। तीनों देशों के नेताओं ने युद्ध विराम को सुरक्षित करने के लिए अंतिम प्रस्ताव पेश करने की इच्छा व्यक्त की है।