
प्रभारी मंत्री ने मृतक के परिजनों को स्वच्छ पेयजल और 12 वर्ष के बच्चे को शिक्षा दिलाने का दिया भरोसा
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 16 फरवरी। ग्राम सुहिरा निवासी रामसागर प्रजापति एवं अमिलिया निवासी रामलल्लू यादव की बीते दिन शुक्रवार के दिन में अमिलिया घाटी में कोल वाहन हाईवा के चपेट में आने से दर्दनाक मौत हुई थी। वही इसके बाद अंचल में जमकर बवाल हुआ था। आज जिले के प्रभारी मंत्री मृतकों के घर पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की ।
गौरतलब है कि शुक्रवार के दोपहर के वक्त अमिलिया घाटी में एक कोल हाईवा वाहन के चालक ने मोटरसायकल सवार दो युवको को टक्कर मारते हुए पलट गया और उसके चपेट में आने से उक्त दो युवको की अकाल मौत हो गई और इस घटना के बाद गुस्साये ग्रामीणों ने जमकर बवाल करते हुए अदाणी पावर के कर्मचारी सिफ्ट बसों में तोड़फोड़, कर्मचारियोंं एवं पुलिस के साथ मारपीट करते हुए वाहनों को आग के हवाले कर दिया। उक्त घटना से पूराअंचल दहशत में आ गया था। वही जिम्मेंदार पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर करीब 5 घण्टे देर से पहुंचे। उधर उक्त घटना कि ज्वाला की लपटे भोपाल तक पहुंच गई। जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घटना कि जानकारी लेते रहे। इधर मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले के प्रभारी मंत्री सम्पत्तिया उईके मृतक परिजनों के घर पहुंची प्रभारी मंत्री के साथ में पंचायत मंत्री राधा सिंह, सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह, सीड़ा अध्यक्ष दिलीप शाह, बीजेपी जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल शाह, कलेक्टर, एसपी सहित अन्य बीजेपी के नेता एवं अधिकारी शामिल थे। प्रभारी मंत्री ने दोनों मृतको के घर बारी-बारी से पहुंच परिजनों से मुलाकात कर ढाढ़स बधाया और कहां कि मुख्यमुत्री के प्रतिनिधि के रूप में आई हूं। इस दुख के घड़ी में आप के साथ खड़ी हूं। जो चले गये वे वापस नही आयेंगे। इस दौरान मंत्री ने मृतक के परिजनों की समस्यों को सुन उन्हें भरोसा दिलाया की आवास, शुद्ध पेय जल की सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। वही मंत्री ने मृतक के परिजनों के घर जख्मों पर मरहम लगाने पहुंची थी। अब देखना है कि प्रभारी मंत्री सीएम को क्या किन बिन्दुओं से अवगत करती हैं।
प्रभारी मंत्री के साथ नही दिखे विधायक
सुहिरा एवं अमिलिया दोनों मृतको के घर आज दिन रविवार कि शाम द्वय मंत्री जिसमें प्रभारी मंत्री एवं पंचायत मंत्री पहुंचे थे। साथ में सिंगरौली विधायक थे। लेकिन देवसर विधायक राजेन्द्र मेश्राम द्वय मंत्री के साथ में नही थे और न ही विगत 48 घण्टे के अन्दर मृतको के घर सात्वना व ढाढ़स बधाने नही पहुंचे थे। जिसको लेकर आज तरह-तरह की चर्चाए चल रही है। हालांकि चर्चा है कि विधायक जिले से बाहर है। फिर भी विधायक का मंत्री के साथ न होना चर्चाए होना लाजमी है।
मीडिया कर्मियों के सवालों को टालती रही प्रभारी मंत्री
मृतक के परिजनों से मुलाकत करने के बाद प्रभारी मंत्री ने अचानक दौरा कार्यक्रम के उद्देश्य को मीडिया के समक्ष बया कर दी। लेकिन जब प्रभारी मंत्री से मीडिया कर्मी तीखे सवाल करने लगे तो वे सवालों को टालते हुए गोलमाल जवाब देने लगी और मीडिया कर्मियों के द्वारा सवाल बार-बार पूछे जा रहे थे। वही जब उक्त मंत्री गांव से रवाना होते हुए सरई विश्राम गृह पहुंची तो वहा भी मीडिया कर्मियों से नही मिली और न ही स्थानीय लोगो से मुलाकात की। बल्कि पुलिस का इतना पहरा था कि वहा किसी गैर व्यक्ति को जाने की इजाजत नही थी। उधर मंत्री ने अमिलिया आने के पूर्व रूट ही बदल दिया। और सरई मार्ग के बदले झुरही-बरगवां-परसौना मार्ग होते हुये अमिलिया- सुहिरा पहुंची। जिसको लेकर भी चर्चाए हो रही है।
