नवभारत न्यूज
सीधी 16 फरवरी। जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी ने बताया है कि प्रदेश में साक्षरता दर बढ़ाने हेतु भारत सरकार के निर्देशानुसार संचालित उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता परीक्षा आयोजित की गई जिसमें नवसाक्षरों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया।
कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत के मार्गदर्शन में राज्य शिक्षा केन्द्र के दिशा निर्देश अनुसार उक्त परीक्षा जिले के सभी विकासखण्डों में आयोजित की गई। उक्त परीक्षा में दूर दराज एवं वनांचल क्षेत्रों से भी लोगो ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। जिला जेल सीधी में भी उक्त परीक्षा आयोजित की गई जिसमें 27 बंदी शामिल हुए। परीक्षा के लिए जिले में समस्त शासकीय प्राथमिक/ माध्यमिक शालाओं को परीक्षा केन्द्र निर्धारित किया गया था, जिसमें प्राथमिक/माध्यमिक शालाओं के शिक्षको, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं एवं अक्षर साथियों आदि के सहयोग से पर्यवेक्षण एवं मूल्यांकन का कार्य सम्पादित किया गया। मूल्यांकन परीक्षा हेतु समस्त शासकीय विद्यालयों को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था तथा शाला प्रभारी उक्त परीक्षा हेतु केन्द्राध्यक्ष नियुक्त किये गये थे। परीक्षा प्रात: 10 बजे से सायं 5 बजे तक संचालित की गई तथा परीक्षा की अवधि 3 घंटे की थी जिसमें नवसाक्षर अपनी सुविधानुसार परीक्षा में सम्मिलित हुए। मूल्यांकन कार्य प्राथमिक/माध्यमिक शालाओं के शिक्षको, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं एवं अक्षर साथियों आदि के सहयोग से पर्यवेक्षण एवं मूल्यांकन का कार्य सम्पादित किया गया। जिन नव साक्षरों ने पढऩा, लिखना एवं बुनियादी संख्यात्मकता में 33 प्रतिशत से कम अंक प्राप्त किया उन्हे ’’नीड टू इम्प्रूवमेंट’’ के अंतर्गत लिया गया है तथा उन्हें आगामी परीक्षाओं में पुन: शामिल किया जायेगा। नव साक्षर जो किसी कारणवश अपनी बाल्यावस्था में औपचारिक शिक्षा प्राप्त नही कर सके थे वे उम्र के इस पड़ाव पर परीक्षा देने में काफी उत्साहित दिखे और यह माना कि किन्ही परिस्थितियों की वजह से वे पहले नही पढ़ सके थे, लेकिन अपने बच्चो के साथ कदापि ऐसा नही होने देगे, उन्हे नियमित रूप से विद्यालय भेजेगे तथा पढ़ाएंगे।
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विभिन्न केन्द्रों संचालित परीक्षा का किया गया निरीक्षण
साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा में डाइट प्राचार्य, डाइट के व्याख्याता एवं सभी विकासखण्डों के प्रभारी, जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी, समस्त विकासखण्डों के बीआरसी, बीएसी, सह समन्वययक साक्षरता एवं जन शिक्षकों ने विभिन्न केन्द्रों में संचालित परीक्षाओं का निरीक्षण किया।
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