इंदौर: निम्न और मज़दूर वर्ग के जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए झुग्गीवासियों को मल्टियों के फ्लेटों बसाया गया लेकिन सुविधा के नाम पर वहां भी कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है. गंदगी की बात करें तो बड़ी लापरवाही की जा रही है.वार्ड क्रमांक 50 में रिंग रोड़ के पास पिपल्याहाना क्षेत्र में आईडीए द्वारा बॉम्बे योजना मल्टी बनाई गई है. इन मल्टियों में निम्न एवं मज़दूर वर्ग के लोगों को बसाया गया है ताकि स्वच्छ और सुंदर वातारण के बीच उनके जीवन के स्तर में सुधार लाया जा सके लेकिन यहां के दृश्य देखने के बाद यह साफ हो गया है कि इन्हें सिर्फ पक्की छत मिली है.
लेकिन गंदगी आज भी इन के आस-पास फैली दिखाई देती है. चेंबर इतने चोक हो चुके है कि सीवरेज लाइन की गंदगी मल्टी की सड़कों पर बहती रही है. उसमें कीड़े मकोड़े रेंगते दिखाई देते हैं. खुले चेंबर, जिनके ढक्कन लापता है जिनसे अनहोनी का अंदेशा बना रहता है. गंदगी से घिरी मल्टीवासी मच्छरों से परेशान है. गंदगी से फैलने वाली बीमारियों से अधिकांश छोटे बच्चे बीमार होते हैं. मल्टी के कुछ रहवासियों द्वारा कई बार शिकयात करने के बावजूद इस समस्या से लोगों को आज तक निजात नहीं मिल पाई है.
इनका कहना है
मल्टी के अंदर सड़क की सफाई करने कर्मी नियमित तौर पर नहीं आते. कभी कभार आकर सड़क झाड़ जाते हैं. सभी लोग अपने-अपने घरों के आगे प्रति दिन झाडू¸ कटका करना पड़ता है.
– नीतू बाई
सीवरेज लाइन इतनी चोक हो चुकी है कि आए दिन चेंबर से गंदगी बहकर सड़क पर फैलती है. मैं खुद चेंबर की सफाई करती हूं. अब क्या करें. यह हमारी मज़बूरी बन गई है.
– कविता चौहान
हमें कहा था स्वच्छ और सुंदर महौल दिया जाएगा. लेकिन यहां देखो तो बुरे हाल हैं. गंदगी के कारण आए दिन बच्चे बीमार होते है. इससे तो हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है.
– सुभद्रा नकाड़े
मुख्य लाइन से जोड़ने का प्रयास
डेढ़ किलोमीटर लंबी लाइन डलवाई है जो रेवेन्यू नगर तक जाती है. मैं उसके लिए लड़ाई लड़ रहा हूं ताकि मल्टी की सीवरेज लाईन को इस मुख्य बड़ी लाईन से जोड़ सकूं जिससे यहां समस्या ख़त्म हो जाएगी. चेंबर के ढक्कन तो कुछ आसमाजिक तत्व चुरा लेते है.
– राजीव जैन पार्षद