मामला चंद्रभागा स्थित नाले का, व्यापार भी हुआ ठप्प
इंदौर:पुराने कार्य को छोड़ नए कार्य की बात करना या उस पर ध्यान नहीं देना नगर निगम की पुरानी आदतों में से है. फिर चाहे आम जनता कितनी ही परेशानियों और मुसीबतों का सामना करती आ रही हो. यहां कोई कितना भी आवाज़ उठाता हो नगर निगम के आला अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है.कुछ ऐसा ही अधूरे कार्य को नगर निगम अधिकारी आज भी पूरा नहीं कर पाए हैं. जूनी इंदौर के पास चंद्रभागा जो कि मध्य शहर के पुराना क्षेत्रों में से एक है.
चंद्रभागा मार्ग हर वर्ष बरसात में तालाब बन जाता है. इसको लेकर नगर निगम द्वारा पुराना नाला खोलने के लिए इससे लगे घरों के ओटलें और आने-जाने के रास्ते को तोड़ दिया गया था. इस कार्य से रहवासियों और व्यापारियों के आने-जाने की मुसीबत हो गई है. कार्य के दौरान आला अधिकारियों ने यह आश्वासन दिया था कि नाले की सफाई कर आठ दिनों के अंदर ही इसे व्यवस्थित तरीके से ढक दिया जाएगा. अधिकारियों की बात पर लोगों ने अपने घरों के आगे लकड़ी के पटिया लगा लिए थे. कुछ समय बीता कुछ लोगों ने दुर्घटना से बचने के लिए लोहे की सीढ़ी लगा ली. अधिकरियों के वादे को अब साढ़े तीन वर्ष हो चुके हैं. न तो विकास हुआ न ही लोगों की मुसीबते कम हुई है. अब तक निगम जिम्मेदार सो रहे हैं.
इनका कहना है
ग्राहक आने से डरते हैं. परिवार को भी आने-जाने में दुर्घना का अंदेशा बना रहता है. व्यापार के लिए तो यहां बैठना ही पड़ता है. हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है. कहीं अनहोनी न घट जाए.
– महेश जिनिवाल
आठ दिन का बोले थे. अगस्त में चार वर्ष हो जाएंगे. हमेशा आते हैं मुआयना करते हैं और चले जाते हैं. अब तक दो बार पूजन की भी हो चुका है लेकिन कार्य शुरू नहीं किया गया.
– आनंद साहू
इन साढ़े तीन सालो में ग्राहकी ख़त्म हो चुकी है. कभी सड़क नपती है तो कभी सर्वे करते हैं लेकिन कार्य कोई नहीं करता. नाला इतना गहरा है कि कोई गिर जाए तो बच नहीं पाए.
– अम्बा राम