श्री जोशीला, और शैली होल्कर को मिला अवार्ड नई पीढ़ी के लिये बनेगा प्रेरणा: जिलाध्यक्ष ब्रह्मणे
पदमश्री के लिए नॉमित होने पर विधायक पाटीदार, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती नन्दा ब्रह्मणे ने श्री जोशीला के घर पहुंचकर दी बधाई
खरगोन। जिले के 2 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा के बाद क्षेत्र में खुशी की लहर व्याप्त है। भारत सरकार ने साल 2025 के लिए घोषित पद्मश्री अवॉर्ड की सूची में जिले के गोगांवा के जगदीश जोशीला साहित्य के क्षेत्र में और महेश्वर की समाजसेवी शैली होल्कर को महिला बुनकरो के उत्थान के लिए नामित किया है। जिले के दो लोगो को पदमश्री मिलने पर हर्षोल्लास छाया हुआ है। दोनों नॉमित सदस्यों के घर- घर बधाई देने वालो का तांता लगा है। जनप्रतिनिधि भी इसे क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि मान रहे है। रविवार को
विधायक बालकृष्ण पाटीदार, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती नन्दा ब्रह्मणे ने श्री जोशिला को गोगावां स्थित उनके निवास पर पहुंचकर मुलाकात कर बधाई दी। श्री पाटीदार ने कहा कि यह न केवल साहित्यकारों बल्कि जिले के लिए गौरव की बात है कि देश का सर्वोच्च पुरस्कार हमारे जिले के साहित्यकार को मिलने जा रहा है। यह केवल मोदी सरकार में ही संभव है, क्योंकि श्री मोदी ने अपने कार्यकाल के दौरान ऐसी शख्सियतों को इन सर्वेश्रेष्ठ पुरस्कारों से नवाजा है जो इसके हकदार होकर छिपी हुई प्रतिभाएं रही है। विधायक ने कहा श्री जोशिला साहित्य के अमूल्य निधि हैं। जिलाध्यक्ष श्रीमती ब्रह्मणे ने कहा श्री जोशीला के निमाड़ी को भाषा का दर्जा दिलाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ ही लिखी गई पुस्तकें उनके निमाड़ी के लिए समर्पण को दर्शाता है और निश्चित उनका यह संघर्ष रंग लाएगा, पद्मश्री उसका पहला पायदान साबित होगा। इसी तरह महेश्वर की 82 वर्षीय शैली होल्करजी जिन्हें होल्कर आशा के बुनकर नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने300 साल पुराने महेश्वरी हेंडलूम इंडस्ट्री को पुनर्जीवित करने में अहम योगदान दिया है। इन महान हस्तियों ने न अपने सादगी भरे जीवन से इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है, इनका असाधारण व्यक्तित्व नई पीढी के लिये प्रेरणा बनेगा। इस दौरान नपाध्यक्ष छाया जोशी, पूर्व जिप अध्यक्ष जगदीश पटेल आदि मौजूद थे।