थाने में एफआईआर न लिखने से नाराज थी महिला
रीवा:रीवा कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार की शाम एक महिला ने खुद पर पेट्रोल डालकर सुसाइड का प्रयास किया. जैसे ही महिला ने माचिस से आग लगाने की कोशिश तो मौजूद गार्ड एवं खड़े लोगो ने पकड़ लिया. परिसर में अफरा-तफरी मच गई, पीडि़त महिला अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों के सामने रोते हुए अपनी व्यथा बताई. इस दौरान अपर कलेक्टर ने पीडि़ता को शांत कराते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया.
महिला छेडख़ानी और रेप के कोशिश के साथ मानसिक प्रताडऩा को लेकर समान थाने पहुंची थी. लेकिन उसकी नही सुनी गई और किसी तरह की कार्यवाही जब नही हुई तो वह सीधे कलेक्टे्रट पहुंची. पीडि़ता ने बताया कि वह एक संस्थान में काम करती थी. जहां आरोपी अक्सर आया जाया करता था. बातचीत के दौरान अच्छी नौकरी दिलाने की बात किया करता था. शुक्रवार की सुबह युवती अच्छी नौकरी पाने की लालच में आरोपी के घर गई थी.
जहां एक निजी विद्यालय के प्राचार्य ने छेडख़ानी की. पूरे मामले में पीडि़ता ने रिटायर्ड प्राचार्य सत्यनारायण पांडे नामक व्यक्ति पर जबरन दुष्कर्म के प्रयास के आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि संबंधित व्यक्ति से उसका परिचय 2 माह पहले हुआ था. महिला शिकायत लेकर समान थाने पहुंची, लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने पीडि़ता को थाने से भगा दिया. कलेक्टर प्रतिभा पाल ने पीडि़ता को सांत्वना देते हुए जांच के बाद तथ्यों के आधार पर केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
कार्रवाई के साथ महिला की काउंसलिंग करवाएंगे: कलेक्टर
कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि एक आवेदिका आई थी, उसने थाने को अप्रोच किया होगा, संबंधित थाने से कार्रवाई ना होने की शिकायत लेकर आई थी. तत्काल महिला थाने की टीम बुलाई गई. उसकी समस्या सुनने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही महिला की मानसिक काउंसलिंग के निर्देश भी दिए गए हैं
