अनूपपुर। जिले में ठंड के समय निरंतर वन्यप्राणियों के विचरण से जिले की जैतहरी,अनूपपुर एवं पुष्पराजगढ़ क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत की स्थिति बनी हुई है। वही दोनों हाथी रविवार की रात वन परिक्षेत्र अहिरगवां के लमसरई बीट के जंगल घाटा – बैरागी के जंगल में दिन भर विश्राम करते हुए रात भर चल कर खमरौध तक जाकर जोहिला पुल पारकर वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम की सीमा के नगमला गांव के जंगल में सोमवार को पहुंचकर विचरण कर रहे हैं। वहीं रेडियो कॉलर वाली मादा बाघ विगत तीन दिनों से अमरकंटक क्षेत्र में डेरा जमाये होने के कारण दोनों वन्यप्राणियों पर वनविभाग का अमला निरंतर निगरानी करते हुए विचरण क्षेत्र के ग्रामीणों को सतर्क एवं सचेत रहने की अपील की है।
दोनों प्रवासी नर हाथी रविवार की सुबह से वन परिक्षेत्र अहिरगवां के लमसरई बीट अंतर्गत घाटा-बैरागी के जंगल में दिनभर विश्राम करने बाद देर रात घाटा-बैरागी सरई, पयारी, गोराटोला, रामटोला होते हुए जोहिला नदी को पार कर खमरौध के कातुरदोना में पहुंचकर चार ग्रामीणो लाला नायक, प्रेमा नायक, लखन यादव, सोहन सिंह के घरों में तोड़फोड़ कर खेतों में लगी फसलों को आहार बनाते हुए रविवार एवं सोमवार की मध्य रात शहडोल से पड़रिया को गई राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच जोहिला नदी के पुल के पास से विचरण किया। इस दौरान हाथियों के मुख्य मार्ग पर आकर पार करने की संभावना को देखते हुए हाथी गश्ती दल एवं सरई पुलिस चौकी की पुलिस के द्वारा कुछ देर के लिए आवागमन बंद रखा गया, जिससे हाथी मुख्य मार्ग को पार कर आगे की ओर गए। सोमवार की सुबह दोनों हाथी वॉशिंग डोंगरी, कातुनदोना से भांवर गांव होते हुए फिर से जोहिला नदी पार कर वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम के नगमला गांव से लगे जंगल में पहुंचकर दिनभर जंगल में विश्राम कर रहे हैं।