नयी दिल्ली, 14 जनवरी (वार्ता) एस्सार ऑयल (यूके) लिमिटेड की प्रमुख इकाई ईईटी फ्यूल्स ने अपनी डीकार्बोनाइजेशन रणनीति, बाजार की स्थिति और रणनीतिक महत्व पर निवेशकों का विश्वास दर्शाते हुए नई वित्तपोषण सुविधाएं हासिल की हैं।
कंपनी ने मंगलवार को बयान जारी कर बताया कि उसने ऊर्जा संक्रमण को बढ़ावा देने और औद्योगिक कार्बन उत्सर्जन में 95 प्रतिशत तक कटौती के लक्ष्य को हासिल करने की योजना बनाई है। इसमें स्टैनलो रिफाइनरी को एक ऊर्जा ट्रांजिशन केंद्र के रूप में विकसित करना शामिल है, जिसमें औद्योगिक कार्बन कैप्चर, कम-कार्बन हाइड्रोजन उत्पादन और यूरोप का पहला हाइड्रोजन-ईंधन आधारित संयुक्त ताप और बिजली संयंत्र शामिल होगा। कंपनी का उद्देश्य औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन के लिए वैश्विक मानक स्थापित करना है।
ईईटी फ्यूल्स ने इस तिमाही में 35 करोड़ डॉलर के पुनर्वित्तपोषण समझौते पर सहमति व्यक्त की, जिसमें नए बैंक वित्तपोषण और मौजूदा व्यापार ऋण वित्तपोषण का संयोजन शामिल है। यह घोषणा अक्टूबर 2024 में एबीएन एमरो बैंक के साथ 65 करोड़ डॉलर की वित्तपोषण सुविधाओं के विस्तार के बाद आई है।
नई वित्तपोषण सुविधाओं में तहत अफ्रीकी निर्यात-आयात बैंक (अफ्रेक्सिमबैंक) के साथ 15 करोड़ डॉलर की सुविधा, जो अफ्रीकी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अधिकृत है तथा एक अंतरराष्ट्रीय तेल कंपनी के साथ व्यापार ऋण वित्तपोषण सुविधा, जिसे 30 करोड़ डॉलर से बढ़ाकर 50 करोड़ डॉलर कर दिया गया है। इन नई व्यवस्थाओं से ईईटी फ्यूल्स को अपनी बैलेंस शीट मजबूत करने, व्यापार भागीदारों के साथ संबंध गहरा करने और नए अफ्रीकी बाजारों में अपनी उपस्थिति स्थापित करने में मदद मिलेगी।
ईईटी फ्यूल्स के मुख्य वित्तीय अधिकारी सतीश वसूजा ने कहा, “हम ऊर्जा परिवर्तन के क्षेत्र में अग्रणी हैं और हमारी महत्वाकांक्षा दुनिया की पहली कम-कार्बन रिफाइनरी बनने की है। अफ्रेक्सिमबैंक के साथ यह नई सुविधा हमारे वित्तीय स्रोतों में विविधता लाने और हमारी ऊर्जा परिवर्तन रणनीति को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करेगी।”
