बेंगलुरु, 13 जनवरी (वार्ता) कर्नाटक में विनायकनगर, चामराजपेट के निवासी सोमवार को उस समय हैरान और क्रोधित हो गए जब तीन गायें गंभीर रूप से घायल पाई गईं और अज्ञात हमलावरों ने उनके थन काट दिए।
मकर संक्रांति त्योहार से कुछ दिन पहले हुई इस घटना ने कर्नाटक में सार्वजनिक आक्रोश और राजनीतिक तनाव पैदा कर दिया है।
स्थानीय निवासी कर्ण नाम के एक व्यक्ति की ये गायें है। उन्हें खून से लथपथ देखकर पड़ोसियों ने तुरंत अधिकारियों को सूचित किया।
खासकर हिंदू समुदाय के लिए सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण अवधि के दौरान इस तरह के क्रूर कृत्य ने पशु क्रूरता और सांप्रदायिक सद्भाव पर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद को गहन जांच शुरू करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि अपराधियों को तेजी से न्याय के कटघरे में लाया जाए।
उन्होंने कहा, “जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह एक अमानवीय कृत्य है और हम इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
इस बीच, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मामले से निपटने के सरकार के तरीके की निंदा की है। भाजपा नेता आर अशोक ने अपराध के लिए “जिहादी मानसिकता” को जिम्मेदार ठहराया और कांग्रेस सरकार पर सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कोई महत्वपूर्ण कार्रवाई नहीं होने पर ‘काली संक्रांति’ मनाने की योजना की घोषणा की।
चलवाडी नारायणस्वामी और सीएन अश्वथ नारायण समेत अन्य भाजपा नेताओं ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की।
इस घटना ने इलाके में सार्वजनिक आक्रोश बढ़ा दिया है और निवासियों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है। कई लोगों ने मकर संक्रांति के दौरान गायों के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को देखते हुए इस कृत्य के समय पर गुस्सा व्यक्त किया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद मामले को पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है।