अब तक ठग चुका है 128 बेरोजगारों को
इंदौर: सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले हत्या के आरोपी को क्राईम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने मध्य प्रदेश व ग्रामीण महिला बाल विकास विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 128 बेरोजगार लोगों के साथ करोड़ों की ठगी को अंजाम दे चुका था. जांच में क्राइम ब्रांच को आरोपी के पांच अलग-अलग बैंकों में खाते मिले. जिनमें से दो बैंकों के खातों में अब तक 1 करोड़ 70 लाख रुपए का लेनदेन का पता चला है. क्राईम ब्रांच आरोपी से पूछताछ कर रही है.
एडिशनल डीसीपी क्राईम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि एक शिकायती आवेदन के आधार पर क्राईम ब्रांच ने जांच की तो पता चला कि बिचौली मर्दाना की शालीमार पाम में रहने वाले 40 वर्षीय अनिल पिता रामसिंह रसेनिया ने 128 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए ले लिए. इस पर क्राईम ब्रांच की टीम ने आरोपी को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग में नौकरी दिलाने के लिए कई लोगों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिए थे. आरोपी ने यह भी स्वीकार किया है कि उसने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर पीजीडीसीए, कम्प्यूटर डिप्लोमा की कई फर्जी मार्कशीट भी बनाई थी. आरोपी से पूछताछ की जा रही हैं, उससे और भी कई राज फाश होने की संभावना है.
हत्या का प्रकरण भी है दर्ज
इंदौर क्राईम ब्रांच को बलवाड़ा पुलिस ने बताया कि 40 वर्षीय अनिल पिता रामसिंह रसेनिया के खिलाफ खरगोन जिले के बलवाड़ा थाने में हत्या का प्रकरण भी दर्ज हैं. बलवाड़ा पुलिस द्वारा बताया गया कि अनिल रसेनिया पर अपराध धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) बीएनएस का कायम कर आगे की कार्रवाई अपराध शाखा थाना इंदौर में की जा रही है.
क्राईम ब्रांच की पूछताछ में यह भी पता चला कि आरोपी ग्रामीण एवं महिला बाल विकास विभाग में प्रोजेक्ट काओर्डिनेटर, कम्प्यूटर आपरेटर, कम्यूनिटी मोबोलाईजर के पद पर नियुक्ति देने के नाम पर भी ठगी कर चुका है. इस तरह आरोपी ने अब तक करीब 128 बेरोजगार विद्यार्थियों को नोकरी दिलाने के नाम पर ठगना स्वीकार भी किया है. आरोपी के अलग अलग पांच बैंक खाते मिले जिनमें से दो खातों में करीब एक करोड़ 70 लाख रुपए का लेनदेन पाया गया. इतना ही नहीं आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कनाडिया क्षेत्र के एचआर रिजोर्ट में कई बेरोजगार विद्यार्थियों के लिए एक फर्जी ट्रेनिंग भी दे दी थी