बंदियों से चर्चा कर ली गई जानकारी
सतना : न्यायाधीश, प्रशासनिक, पुलिस अधिकारी समेत आधा दर्जन से अधिकारियों द्वारा मंगलवार को केंद्रीय जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया गया. इस दौरान बंदियों से जाति आधारित अथवा अन्य किसी भेदभावपूर्ण व्यवहार के बारे में जानकारी ली गई. किसी भी बंदी ने किसी भी प्रकार के भेदभाव अथवा दुव्र्यवहार की शिकायत नहीं की.सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रत्नेश सिंह विसेन, जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती पावस श्रीवास्तव, कलेक्टर अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक अशुतोष गुप्ता, जिला विधिक सहायत अधिकारी मुहम्मद जिलानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल के तिवारी, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी गिरीश अग्रिहोत्री, जिला रोजगार अधिकारी बी डी तिवारी, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर पीडब्लूडी बी आर सिंह द्वारा जेल में निरुद्ध बंदियों से बातची की गई.
उनसे जाति आधारित भेदभाव अथवा अन्य किसी भेछभावपूर्ण व्यवहार के बारे में जानकारी ली गई. इस दौरान किसी भी बंदी ने किसी भी प्रकार का जाति आधारित भेदभाव अथवा जेल प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का दुव्यैवहार की शिकायत नहीं की गई. इसी कड़ी में निरीक्षण दल द्वारा जेल के महिला वार्ड, जेल अस्पताल, वीडियो क्रांफेंसिंग कक्ष, पाकशाला, जेल कारखाना और नवीन खण्ड का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान बंदियों के भोजन की गुणवत्ता, अनुशासन, व्यक्तिगत स्वच्छता, बंदियों की उपचार व्यवस्था, बंदियों को उपलब्ध विधिक सहायता और बंदियों से संबंधित रिकार्ड को देखा गया. जिसे देखते हुए जेल की व्यवस्थाओं को संतोषप्रद पाया गया. निरीक्षण के दौरान जेल प्रशासन की ओर से जेल अधीक्षक श्रीमती लीना कोष्टा, उप जेल अधीक्षक सोनबीर सिंह कुशवाह, कल्याण अधिकारी अनिरुद्ध कुमार तिवारी और अष्टकोंण अधिकारी अभिमन्यु पाण्डेय सहित जेल का स्टॉफ उपस्थित रहा