नयी दिल्ली, 05 जनवरी (वार्ता) दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 के बाद दिल्ली में हुए विकास के कार्यों और यहां के लोगों की जीवनस्तर में सुधार के मुद्दे पर चर्चा नहीं करते, सिर्फ सपने दिखाते हैं।
श्री यादव ने रविवार को कहा कि आज यह बताने की जरुरत है कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम की स्थापना मई 1995 में हुई थी और 90 के दशक में कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान मास्टर प्लान बनाया गया था, जिसमें 420 किलोमीटर मेट्रो रुट बनाया गया और इसे 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। उन्होंने कहा पहले चरण में 10571 करोड़ रुपये की लागत से 65 किलोमीटर का मेट्रो का काम 01 अक्टूबर 1998 को शुरु हुआ, जिसको निर्धारित समय से 02 वर्ष 09 महीने पहले पूरा कर सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में नई क्रांति लाने का काम कांग्रेस ने किया।
उन्होंने कहा कि मेट्रो के दूसरे चरण में हवाई अड्डा लाईन का सिविल वर्क, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) विस्तार के तहत 23810 करोड़ की लागत से 125 किलोमीटर मेट्रो लाईन बिछाने का काम 2006 में शुरु हुआ और इस परियोजना को भी निर्धारित समय से 03 महीने पहले पूरा करके एक कीर्तिमान स्थापित किया। मेट्रो के तीसरे चरण में 35000 करोड़ की लागत पर 103 किलोमीटर का काम शुरु हुआ और इसी चरण में 14 किलोमीटर की मेट्रो लाईन का विस्तार फरीदाबाद तक करने के लिए 2494 करोड़ की लागत से सितंबर 2011 में स्वीकृति दी गई।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस के सार्वजनिक परिवहन के विकास के क्षेत्र में इन प्रयासों से 3,90,971 वाहन सड़कों पर चलना कम हुआ और औसतन 32 मिनट का सफर समय कम होने के साथ 276000 टन ईंधन की खपत और 577184 टन प्रदूषण कम हुआ और दुर्घटनाओं में भी कमी आई है।
उन्होंने भाजपा और आप के शीर्ष नेताओं पर झूठ बोलने आरोप लगाया और वे झूठ बोलते समय अपनी आवाज भारी रखते है और दूसरे झूठ की तैयारी करते है। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों में भाजपा और आप के निष्क्रिय शासन के कारण दिल्ली विकास के क्षेत्र में 50 वर्ष पीछे खिसक गई है।
श्री यादव ने कहा कि मेट्रो रेल सहित अन्य परियोजनाओं का उदघाटन तथा शिलान्यास श्री मोदी और श्री केजरीवाल लगातार कर रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में चुनाव नजदीक हैं। उन्होंने कहा कि जनता सब समझ रही है कि दोनों लड़ने के अलावा कुछ नहीं कर रहे है। लोगों के कल्याण और जन सुविधाओं में सुधार के लिए पिछले 11 वर्षों में भाजपा और आप ने कुछ नहीं किया है। सिर्फ एक- दूसरे पर सवाल उठाकर नूरा कुश्ती कर रहे हैं।
