जबलपुर:सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से मौसम की रंगत बदली हुई है। पारा सात डिग्री पर पहुंचने के साथ शनिवार की सुबह कोहरे की धुंध के साथ हुई। दिन में धूप खिली रही। रात में घना कोहरा और पहाडिय़ों से आने वाली बर्फीली हवाएं लोगों को ठिठुराती रही। ठंड से बचने लोग गर्म कपड़े लादकर निकले। इसके साथ ही अलाव भी जले।मौसम विभाग की माने तो पश्चिमी विक्षोभ मध्योपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ़ के रूप में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर 25 उत्तर अक्षांश के उत्तर में 64 पूर्व देशांतर के सहारे, अफगानिस्तान के ऊपर समुद्र तल से 3.1 और 9.4 किमी के बीच एक अंतर्निहित चक्रवातीय परिसंचरण के साथ सक्रीय है।
एक चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और पाकिस्तान के ऊपर माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रीय है। उत्तर भारत के ऊपर माध्य समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रति घंटा की गति से उपोष्ण जेट स्ट्रीम हवाएँ बह रही है। 10 जनवरी, 2025 से एक अद्यतन पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है।
ऐस रहा पारा
शनिवार को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री पर पहुंच गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा। सुबह के वक्त आद्रता 93 और शाम को 51 प्रतिशत दर्ज की गई। उत्तर-पूर्वी हवाएं 5 से 6 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।