शाजापुर शहर में अवैध कटाई युद्ध स्तर पर जारी, कार्रवाई के नाम पर लीपापोती
शाजापुर, 11 मार्च. एक तरफ हम पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण करते हैं. दूसरी तरफ लकड़ी माफिया लगातार पेड़ों की हत्या कर जंगलविहीन करने में लगे हुए हैं. लकड़ी माफिया किस कदर हावी हैं, इसका अंदाजा इसी बात से चलता है कि पेड़ों की हत्या कर जो लकड़ी काटी जा रही है, उसे सरकारी जमीन में छुपाकर रखा जा रहा है. यदि कोई शिकायत होती है, तो सरकारी जमीन पर लकड़ी मिलने से किसी पर प्रकरण कायम नहीं होता है और इसी का फायदा शहर के लकड़ी माफिया उठा रहे हैं.
गौरतलब है कि शाजापुर शहर में लकड़ी माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे खुलेआम अवैध कटाई कर लकडिय़ों का परिवहन कर रहे हैं. राजस्व और वन विभाग मूकदर्शक बनकर लकड़ी माफियाओं को संरक्षण देने में लगा हुआ है. शाजापुर शहर के कुछ इलाकों में खाली पड़ी सरकारी जमीन पर अवैध कटी हुई लकडिय़ों को जमा किया जा रहा है. ताकि लकड़ी पकड़े जाने पर लकड़ी माफिया कार्रवाई से बच सकें. नवभारत द्वारा इसकी जानकारी एकत्रित की गई, तो आरा मशीनों से करीब 500 से 800 मीटर की दूरी पर झाडिय़ों वाले हिस्से में कटी हुई लकडिय़ों के ढेर जमा हैं, ताकि किसी की नजर ना पड़े. शहरी क्षेत्र में संचालित 15 से अधिक आरा मशीन संचालकों ने वन विभाग और राजस्व विभाग की आंखों में धूल झोंककर यह नया पैंतरा शुरू किया है.
झाडिय़ों में छुपा रहे लकडिय़ां
लकड़ी माफियाओं ने कार्रवाई से बचने के लिए एक नायाब तरीका निकाला है. अवैध कटाई की लकडिय़ों को सरकारी जमीनों पर झाडिय़ों में छुपाकर जमा किया जा रहा है और रात के अंधेरे में उनका परिवहन किया जाता है. क्योंकि वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिस जमीन पर अवैध लकडिय़ों का जखीरा मिलता है, तो जमीन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, लेकिन यहां तो सरकारी जमीन को ही लकड़ी माफियाओं ने गोडाउन बना रखा है. अब ऐसे में यदि लकडिय़ां जब्त भी होती है, तो वन विभाग किसे आरोपी बनाएगा?
पुलिस के खिलाफ एकजुट हुए थे लकड़ी माफिया
अवैध परिवहन और अवैध कटाई के खिलाफ जब शाजापुर पुलिस ने सख्ती की थी, तो लकड़ी माफियाओं ने पुलिस के खिलाफ एकजुट होकर शिकायत की थी. जबकि वन विभाग की यदि टीपी पर गौर करें, तो वन क्षेत्र ना होने के बाद भी धड़ाधड़ टीपी जारी हो रही है. आरा मशीनों की यदि जांच की जाए, तो वहां अवैध लकडिय़ों का जखीरा मिल सकता है.
खुलेआम हो रही लकडिय़ों की कटाई और परिवहन
शाजापुर शहर में लगभग दो दर्जन से अधिक आरा मशीन हैं, जहां खुलेआम अवैध लकड़ी की कटाई की जाती है. इनका परिवहन भी होता है. शाजापुर के कई लकड़ी माफिया पैसे के दम पर अवैध कटाई कर लकडिय़ों का परिवहन कर रहे हैं. लाखों रुपए का यह कारोबार माफिया के रूप में पनप चुका है. कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है.
इनका कहना है
जिला वनक्षेत्र नहीं है. किसानों की जमीन से अवैध कटाई की जा रही है. शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मयंक चांदीवाल, डीएफओ-शाजापुर