भाजपा जिलाध्यक्ष को रिपीट करने पर और बढ़ सकती है गुटबाजी
सुसनेर, 3 जनवरी. भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव में आगर जिले में वर्तमान जिलाध्यक्ष को रिपीट करने पर गुटबाजी हावी हो सकती है. ऐसा हम नहीं बल्कि विभिन्न गुटों में बटी पार्टी के ही कार्यकर्ता पूर्व में बड़ी-बड़ी बैठकें करके आलाकमान को बता चुके हैं. अब जबकि नए जिलाध्यक्ष की घोषणा होना है, तो ऐसे में हर कोई दावेदार एक-दूसरे के कच्चे चिट्ठे उजागर करने में जुटा हुआ है.
कुछ दिनों पूर्व ही आगर जिला मुख्यालय पर हुई रायशुमारी में 40 से भी अधिक दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की थी. इनमें से अधिकांश दावेदार अब एक-दूसरे के काले कारनामे या यूं कहें कि पार्टी के विरोध में व पूर्व के विधानसभा व अन्य चुनावों में पार्टी के खिलाफ कार्य करने वालों की पोल खोल रहे हैं. भाजपा के कुछ कार्यकर्ता तो प्रबल दावेदारों के खिलाफ प्रदर्शन कर लिखित में पर्यवेक्षक के समक्ष शिकायत भी कर चुके हैं. वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में आगर व सुसनेर विधानसभा में पार्टी के प्रत्याशियों के विरोध में कार्य करने वालो के खिलाफ विधानसभा चुनाव के बाद सुसनेर की एक निजी होटल में वृहद बैठक करके वर्तमान जिलाध्यक्ष व अन्य पार्टी के पदाधिकारियों के विरूद्ध शिकायत भी आलाकमान को कार्यकर्ताओं ने की थी. इस विरोध को एक बार फिर से भाजपा जिलाध्यक्ष के दावेदार पर्यवेक्षक व आलाकमान को स्मरण करवा रहे हैं कि यदि फिर से भाजपा जिलाध्यक्ष को रिपीट किया गया, तो गुटबाजी पहले से भी अधिक हावी हो सकती है, जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा.
अपना दावेदार सेट करने में जुटे नेता
भाजपा जिलाध्यक्ष में चयन की प्रक्रिया को लेकर गत दिवस प्रदेश कार्यालय में काफी गहमागहमी का माहौल रहा. जहां प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए दावेदारों एवं उनके समर्थकों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की, वहीं दूसरी ओर जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर बनाए गए पर्यवेक्षक एवं जिला प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्र की सूची भी वरिष्ठ नेतृत्व को सौंपी. जिलाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया गुरुवार को देर रात तक चली. सभी 60 संगठनात्मक जिलों के लिए बनाए गए पर्यवेक्षक एव जिला प्रभारियों ने तीन-तीन नाम के पैनल बनाकर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व को सौंप दिए. अब इन नामों के पैनल से जिला अध्यक्ष को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
मेरिट के आधार पर महिला को मिल सकती है कमान
बैठक में प्रत्येक जिले से एक महिला का नाम भी लिया गया है. मेरिट के आधार पर उनको जवाबदारी सौंपी जाएगी. महिला के नाम के साथ उनका पार्टी के लिए योगदान एवं कब से सक्रिय है, इसको प्रमुखता से लिया गया है. पार्टी प्रदेश के करीब एक दर्जन शहरों में महिला जिला अध्यक्ष बनाने की तैयारी कर रही है. इसमें से कम से कम दो बड़े शहरों में महिला को कमान सौंपी जा सकती है.