सीधी : जल मिशन के ठेकेदार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में नल-जल पाईप लाईन डालने के लिये पीसीसी सडक़ों को बीच में खोदकर कार्य किया जा रहा है। पीसीसी सडक़ों की दोनो पटरियों में अतिक्रमण के चलते ठेकेदार द्वारा सडक़ों के परखच्चे उड़ाये जा रहे हैं। जिसके चलते आवाममन में भी भारी दिक्कतें खड़ी हो रही हैं।दरअसल सीधी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नल से पानी की सुविधा तो मिलने जा रही है लेकिन सुविधा मिलने तक ग्रामीणों को सडक़ सुविधा से विहीन हो जाना पड़ेगा। तत्संबंध में जनपद पंचायत सीधी अंतर्गत ग्राम पंचायत क्षेत्र लहिया के ग्रामीणों ने बताया कि पीसीसी सडक़ों की दोनो पटरियों पर अतिक्रमण है।
लिहाजा ठेकेदार द्वारा पीसीसी सडक़ों के बीच से खुदाई कर पाईप लाईन डालने का काम किया जा रहा है। पाईप लाईन तो डाली जा रही है लेकिन इसकी बहुत बड़ी कीमत ग्रामीणों को सडक़ सुविधाविहीन होकर भुगतने की मजबूरी निर्मित हो गई है। हालात यह हैं कि कई स्थानों में घरों का पानी सडक़ों पर ही जमा होता है और पीसीसी सडक़ के उखड़ जाने से वहां कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है। ऐसे में दो पहिया वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो रहा है। इसी समस्या से ग्राम पंचायत लहिया के ग्रामीण भी जूझ रहे हैं। उनके द्वारा दो पहिया वाहनों को कीचड़ से निकालने के लिये कई बार बांस का सहारा लेना पड़ता है। यह स्थिति कई ग्राम पंचायत क्षेत्रों में बनी हुई है।
नल-जल योजना के तहत लोगों के घर तक पानी पहुंचाने के लिये पाईप लाईन डालने का काम जल निगम द्वारा कराया जा रहा है। समस्या यह है कि पीसीसी सडक़ की पटरियों पर म.प्र. शासन की भूमि पर ग्रामीणों द्वारा पूरी तरह से अतिक्रमण कर लिया गया है। ऐसे में पाईप लाईन डालने के लिये पीसीसी सडक़ के अलावा कोई स्थान नहीं है। ऐसी स्थिति में ठेकेदार द्वारा काम को जल्द से जल्द पूरा करने के लिये पीसीसी सडक़ के बीच में ही खुदाई कर पाईप लाईन डाला जा रहा है। इस मनमानी के चलते हल्की बारिश होने पर भी कई गांवों में आवागमन को लेकर भारी संकट खड़ा हो रहा है। ग्राम पंचायत लहिया सहित कई स्थानों में इसी तरह मनमानी पूर्वक पाईप लाईन का किया गया है।
लाखों रूपये से निर्मित हुई है पीसीसी सडक़ें
जिले के ग्राम पंचायतों में लाखों की लागत से जनपद पंचायत द्वारा पीसीसी सडक़ों का निर्माण आवागमन की सुविधा के लिहाज से कराया गया है। हैरत की बात तो यह है कि सरकारी एजेन्सी द्वारा पहले लाखों रूपये खर्च करके पीसीसी सडक़ का निर्माण कराया गया, अब नल-जल योजना के पाईप लाईन को डालने के लिये पीसीसी सडक़ों को तोडक़र तहस-नहस किया जा रहा है। यदि अधिकारियों द्वारा पाईप लाईन डालने के लिये मौके पर भूमि की व्यवस्था करा दी जाती तो पीसीसी सडक़ों को तोडऩे की स्थिति निर्मित न होती।
इनका कहना है
जल मिशन के ठेकेदार द्वारा पीसीसी सडक़ों को बीच से खोदकर पाईप लाईन ग्रामीण क्षेत्रों में डालने की जानकारी अब संज्ञान में आई है। मैं इस मामले में जल्द ही सीईओ से बात कर क्षतिग्रस्त हुई पीसीसी सडक़ों को ठीक करवाऊंगा।
धर्मेन्द्र सिंह परिहार, अध्यक्ष, जनपद पंचायत सीधी