संगठित अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कई सख्त कदम उठाए

पुलिस कमिश्नर ने वर्ष 2024 का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया
साइबर अपराधों में 25 प्रतिशत से अधिक ठगी की राशि दिलवाई वापस
2023 में अपराध 18883 हुए थे. जबकि 2024 में 17115 रहे

इंदौर: पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रुम में गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस ने 2024 का लेखा जोखा प्रस्तुत किया. पुलिस ने बताया कि संगठित अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने कई सख्त कदम उठाए है. वहीं चौबिस घंटे सातों दिन शहर में पुलिस अब पेट्रोलिंग कर रही है. शहर में हुए साइबर अपराधों में पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई के तहत जहां कमी आई हैं. वहीं 25 प्रतिशत ठगों से 25 प्रतिशत से अधिक की ठगी गई राशि भी वापस दिलवाई गई है.पुलिस आयुक्त नगरीय संतोष कुमार सिंह ने पलासिया स्थित पुलिस कंट्रोल रुम में मीडिया के समक्ष वर्ष 2024 का वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया.

उन्होंने बीते वर्ष के दौरान पुलिस द्वारा किए गए कार्यों, उपलब्धियों और शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाए गए कदमों की विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान पुलिस आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2024 में पुलिस ने संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कई सख्त कदम उठाए. शहर के विभिन्न इलाकों में अपराध नियंत्रण के लिए 24&7 पेट्रोलिंग बढ़ाई गई. साथ ही, साइबर अपराधों के मामलों में 25 प्रतिशत से अधिक ठगी की राशि वापस दिलाई गई है. वहीं महिला सुरक्षा के क्षेत्र में पुलिस ने सृजन कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू किया. इस पहल के तहत बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा की जानकारी और हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग सिखाया गया.

पुलिस आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2024 में पुलिस ने नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया, जिसके तहत कई ड्रग पेडलर्स को गिरफ्तार किया और उनसे बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए. वहीं पुलिस ने नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया, जिसमें स्कूल-कॉलेजों के एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने शहर में 1,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाए और ट्रैफिक सुधार के लिए नई तकनीकों को अपनाया.

इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए आयुक्त ने कहा कि हमारा लक्ष्य इंदौर को न केवल स्वच्छता में बल्कि कानून-व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा में भी देश का नंबर वन शहर बनाना है. उन्होंने शहरवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पुलिस और जनता के बीच मजबूत साझेदारी से ही अपराध मुक्त और सुरक्षित इंदौर का सपना साकार होगा. आयुक्त ने वर्ष 2025 के लिए पुलिस की प्राथमिकताओं और नई योजनाओं की भी कई जानकारी दी. इनमें महिला सुरक्षा, साइबर अपराध पर नियंत्रण, युवा अपराधियों के पुनर्वास, और यातायात व्यवस्था में और सुधार लाना शामिल है.

अपराध के आंकड़े इस प्रकार है.
2023 में हुई 72 हत्या, जबकि 2024 में 61, हत्या के प्रयासों के मामले 2023 में 157 हुए जबकि 2024 में 178, डकैती 23 में 2 तो 24 में 3, डकैती की तैयारी 23 में 26, 24 में मात्र 6, 23 में लूट की घटनाएं 233 हुई जबकि 24 में 144, वहीं चेन स्नेचिंग की वारदातें 23 में 52 हुई जबकि 24 में 43, गृह भेदन की घटनाएं 23 में 715 हुई जबकि 24 में 416, पशु चोरी की घटनाएं 23 में जहां 10 हुई वहीं 24 में मात्र 3, जबकि साधारण चोरी के मामले 23 में जहां 785 की अपेक्षा 24 में 483 हुए. इसी तरह शहर के सभी क्षेत्रों में वाहन चोरी की घटना 23 में 3477 हुई वहीं 24 यह घट कर 3037 हुई. बलवा की घटनाएं शहर में 23 में 24 हुई थी, जबकि 24 में यह 16 रही. इसी तरह बलात्कार की घटनाओं में भी मामूली कमी आई. 23 में शहर में जहां 395 घटनाएं हुई, जो 24 में 381. जबकि अपहरण के मामलों में 23 में 735 हुए तो 24 में 770. जबकि शील भंग के मामलें 23 में 424 हुए थे जो 24 में 361 रहे.

190 बदमाशों को किया जिलाबदर
पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद कानून व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए पुलिस ने बड़ी सख्ती दिखाई है. बीते साल में 190 बदमाशों को जिलाबदर किया गया, जबकि 35 से अधिक पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने इसके अलावा 16 हजार से अधिक अपराधियों पर बाउंडओवर की कार्रवाई भी की है. इसी तरह देखा जाए तो 2023 में जहां शहर में टोटल अपराधों की संख्या 18883 रही तो 2024 में 17115 हो गई. इस तरह पिछले साल की अपेक्षा शहर में हर तरह के अपराधों में कमी आई है.
35 बदमाशों पर रासुका
पुलिस ने 35 से अधिक कुख्यात बदमाशों पर रासुका की कार्रवाई की है. रासुका की कार्रवाई का उद्देश्य अपराधियों को लंबे समय तक सलाखों के पीछे रखना है, ताकि वे समाज में अशांति न फैला सके. वहीं बाउंडओवर की कार्रवाई के तहत पुलिस ने 16 हजार से अधिक लोगों को अपराध से दूर रहने की सख्त चेतावनी दी. यह कार्रवाई छोटे अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ की जाती है, ताकि वे भविष्य में अपराध करने से बचें. पुलिस कमिश्नर प्रणाली के तहत अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया गया है.

Next Post

हर विधानसभा के विजन डॉक्यूमेंट के लिए आयोजित करें बैठक

Fri Jan 3 , 2025
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा इंदौर संभाग के विकास कार्यों की समीक्षा इंदौर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा आयोजित बैठक में इंदौर संभाग के विकास कार्यों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने बैठक […]

You May Like