पुरानी दीवार में ही हो रहा निर्माण
पूर्व में बने सेड निर्माण को डिस्मेंटल कर दोबारा से दीवार और सेड का निर्माण किया जाना था लेकिन ठेकेदार और अधिकारियों के मिली भगत के कारण पूर्व से ही बने हुई दीवार पर लीपा पोती कर दोबारा इस दीवार पर सीमेंट से छपाई करवा दी गई यही नहीं 40 मीटर की दीवाल में कल दो पिलर अंतिम में दिए गए बीच में अधिकारी के द्वारा मौखिक निर्देशन के बाद भी ठेकेदार द्वारा पिलर नहीं लगाए गए वहीं ऊपर बिना पिलर के ही बीम बांध दी गई, ठेकेदार द्वारा पहले तो 44 परसेंट कम में काम ले लिया गया अब काम में भारी भरकम भ्रष्टाचार कर सालों बाद मिलने वाले टेनिस कोर्ट को भ्रष्टाचार की बलि चढ़ा रहा है।
इंजीनियर ने दरार पड़ी दीवार को गंभीरता से नहीं लिया
कॉलरी ठेकेदार द्वारा निर्माण किये जा रहे टेनिस कोट में भारी भ्रष्टाचार का आलम है। लोगों के बैठने के लिए बनाये जा रहे सेड में पुरानी दीवार को बिना तोड़े नई दीवार बनाई जा रही जब कि पूर्व की दीवार के बगल से दरार साफ नजर आ रही है, जिसका कारण दीवारों के बीच मे पिलर नही उठाया गया है जिससे कभी भी दीवार ढहने की संभावना बनी रहेगी। लाखो रुपये के निर्माण कार्य नए और मजबूत टेनिस कोट के लिए कॉलरी खर्च कर रही है, लेकिन अधिकारी इंजीनियर और ठेकेदार की मिली भगत से गुणवत्ता विभिन्न निर्माण पर कोई भी कुछ कहने से बच रहा है वही विलों में ठेका लेकर ठेकेदार अपना माथा पीट रहा है। लेकिन नई दीवार पर आ रही दरारें का जिम्मेदार कौन है गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य का जिम्मेदारी कौन लेगा अब तक यह तय नहीं हुआ है।
टेंडर राशि से कम, गुणवत्ता की गिरावट की शुरुआत है
जमुना कोतमा क्षेत्र में चलने वाली कोयले की खदानों में निर्माण कार्य में लगने वाले टेंडर में लगातार भ्रष्टाचार की बातें सामने आ रही है। ठेकेदार द्वारा 50त्न के आसपास जिलों में टेंडर लेने के बाद मनमाने तरीके से निर्माण कार्य कर रहे हैं। जिसमें इंजीनियरों की मिली भगत के कारण गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य कर कंपनी और एसईसीएल को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं, एक तरह से देखा जाए तो निर्माण कार्य देखरेख करने वाले एसोसिविल इंजीनियर और अन्य कर्मचारियों की मिली भगत से कालरी के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जाता है। भ्रष्टाचार की शुरुआत विलो के टेंडर से होती है जहां गुणवत्ता की अनदेखी कर ठेकेदार अपनी बचत देखते हुए निर्माण कार्य पूर्ण करता है।