नयी दिल्ली, (वार्ता) वैश्विक बाजार में अनिश्चिततायें बढ़ने के बीच भारत से वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात और आयात मार्च 2024 में हल्की गिरावट के साथ क्रमश: 41.68 अरब डालर और 57.28 अरब डालर रहा।
अप्रैल,24 में व्यापार घाटा (निर्यात- आयात का अंतर) वार्षिक आधार पर सीमित हो कर 15.60 अरब डालर रहा।
पिछले साल मार्च में 41.96 अरब डालर के वाणिज्यक वस्तुओं के निर्यात और 60.92 अरब डालर के साथ व्यापार घाटा 18.96 अरब डालर के बराबर था।
मार्च,24 में गैर पेट्रोलियम एवं गैर रत्न आभूषण निर्यात 33.67 अरब डालर और आयात 35.21 अरब डालर रहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 में व्यापार घाटा 240.2 अरब डालर रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 265 अरब डालर था।
वित्त वर्ष 2023-24 (अप्रैल-मार्च) की अवधि में वाणिज्यक वस्तुओं का निर्यात 437.06 अरब डॉलर रहा, जबकि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान वाणिज्यिक निर्यात 451.07 अरब डॉलर था। इसी तरह 2023-24 में वाणिज्यिक आयात 677.24 अरब डॉलर रहा जबकि 2022-23 में आयात यह 715.97 अरब डॉलर था।
वर्ष 2023-24 में गैर पेट्रोलियम एवं गैर रत्नाभूषण निर्यात 320.21 अरब डालर तथा आयात 422.80 अरब डालर के बराबर रहा। वर्ष 2022-23 में ये आंकड़े क्रमश: 315.64 अरब डालर और 435.54 अरब डालर थे।
मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लगातार वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, अनुमानित सम्पूर्ण निर्यात (माल और सेवाओं को मिला कर) पिछले साल के उच्चतम रिकॉर्ड को पार गया है। विज्ञप्ति के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 के 776.40 अरब डॉलर
के सम्पूर्ण वस्तु एवं सेवा निर्यात की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 में सम्पूर्ण निर्यात अनुमानित 776.68 अरब डॉलर है। वर्ष 2023-24 में वस्तुओं और सेवाओं को मिला कर सम्पूर्ण आयात 854.80 अरब डालर के बराबर रहा, जो इससे पिछले वर्ष 898.02 अरब डालर के बराबर था।
मार्च में सम्पूर्ण निर्यात 70.31 अरब डालर और आयात 73.12 अरब डालर के बराबर रहा। इस तरह मार्च, 24 माह का सम्पूर्ण व्यापार घाटा सीमित हो कर 2.91 अरब डालर के बराबर रहा जो कि पिछले वर्ष मार्च में 5.48 अरब डालर के बराबर था।
वित्त वर्ष 2023-24 में वस्तु और सेवाओं-दोनों के व्यापार को मिला कर सम्पूर्ण व्यापार घाटा सीमित हो कर 78.12 अरब डालर रहा जबकि वर्ष 2022-23 में सम्पूर्ण व्यापार घाटा 121.62 अरब डालर था।
मंत्रालय के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक सामान का निर्यात वित्त वर्ष 2022-23 के 23.55 अरब डालर की तुलना में 23.64 प्रतिशत बढ़कर 2023-24 में 29.12 अरब डॉलर हो गया।
दवाओं और फार्मास्यूटिकल्स का निर्यात सालना आधार पर 9.67 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 27.85 अरब डॉलर रहा। इसी तरह इंजीनियरिंग सामान के निर्यात में चुनौतियों के बावजूद 2023-24 में कुल 2.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 109.32 अरब डॉलर हो गया।
कृषि वस्तुओं में तम्बाकू का निर्यात 19.46 प्रतिशत ऊंचा रहा। फल और सब्जियाँ (13.86 फीसदी), मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पाद (12.34 फीसदी), मसाले (12.30 फीसदी), अनाज तैयारियाँ और विविध प्रसंस्कृत वस्तुएँ (8.96 फीसदी), तिलहन ( वित्त वर्ष 2023-24 में 7.43फीसदी) और ऑयल मील्स (7.01फीसदी) के निर्यात में भी 2023-24 में वृद्धि दर्ज की गयी।
इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी इंडिया) के चेयरमैन अरुण कुमार गरोडिया ने कहा कि कुछ प्रमुख वैश्विक बाजारों में मंदी, भू-राजनीतिक तनाव, लाल सागर संकट और उच्च माल ढुलाई दरों के बावजूद वित्त वर्ष 2024 में इंजीनियरिंग सामान का निर्यात पिछले वर्ष की संख्या को पार कर गया।