बड़वानी, 09 दिसंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के पानसेमल वन परिक्षेत्र में दो तेंदुओं के संघर्ष में दो वर्ष की एक मादा तेंदुए की मृत्यु हो गयी है।
सेंधवा के वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) आई एस गडरिया ने बताया कि खेतिया क्षेत्र के जाहूर निवासी किसान बंशीलाल ठाकुर के खेत में गंभीर अवस्था में घायल तेंदुए के होने की सूचना मिलने पर वन मामला वहां पहुंचा था। उन्होंने बताया कि जब वन अमला पहुंचा तब तेंदुए में जान बाकी थी। लेकिन जैसे ही उसे उठाकर लाया गया, उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
उन्होंने बताया कि पीओआर दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की गई। इसी दौरान पशु चिकित्सकों ने इसका परीक्षण और पोस्टमार्टम कर खुलासा किया कि यह किसी अन्य तेंदूए के हमले में मारी गयी है। उन्होंने बताया कि गन्ने के खेत में संघर्ष के निशान भी दिखाई दिए, इसके अलावा मादा और नर तेंदुए के पग मार्ग भी मिले। इससे यह संभावना जताई जा रही है कि नर और मादा तेंदुए में संघर्ष हुआ है।
उन्होंने बताया कि मादा तेंदुए की गर्दन में अन्य तेंदुए के दांत के निशान स्पष्ट रूप से दिखाई दिए। वन विभाग ने आसपास के किसानों से पूछताछ कर उनके बयान लिए। किसानों ने कहा कि तेंदुए की काफी तेज आवाज आने के बाद धीरे धीरे मंद पड़ गई थी, इसके बाद पास में जाकर देखा तो मादा तेंदुआ घायल अवस्था में खेत में पड़ी हुई थी।
डीएफओ ने बताया कि तेंदुए के शव का आज नियमों के मुताबिक दाह संस्कार कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसी वर्ष पानसेमल वन परिक्षेत्र में एक तेंदुआ बीमार अवस्था में मिला, एक की मृत्यु हुई और जबकि तीन का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने बताया कि अनुकूल वातावरण के चलते क्षेत्र में बड़ी संख्या में तेंदुए हैं।