कैरोल के गीत गाने के साथ घरों की हो रहीं सजावट
झाबुआ। क्रिसमस पर्व को लेकर शहर सहित अंचल में इसाई समाजजनों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है। पर्व की तैयारियां एक माह पूर्व से ही ख्रीस्त राजा के पर्व के साथ शुरू हो जाती है। जिसमें ख्रीस्त राजा के पर्व पर जुलूस निकालने के साथ समाजजन येशू मसीह का जन्मदिवस मनाने हेतु घरों को सजाने का कार्य शुरू कर देते है। वहंी पर्व को लेकर बाजार में सजावट सामग्रियों की दुकानों पर भी खरीदी हो रहीं है।
चर्च परिसर में तैयार हो रही झांकी
क्रिसमस पर्व 24 दिसंबर को है एवं 25 दिसंबर को समामजजनों द्वारा नववर्ष मिलन समारोह मनाया जाता है। कैथोलिक चर्च परिसर में झांकी तैयार करने का कार्य समाज से जुड़े वरिष्ठजनों एवं युवाओं द्वारा शुरू कर दिया गया है। समाज के वरिष्ठजनों द्वारा घरों पर जाकर कैरोल के गीत गाने के साथ घरांे पर सजावट की जा रहीं है। कैथोलिक डायोसिस के मीडिया प्रभारी के अनुसार एक महीने पूर्व तैयारियों के क्रम में से ख्रीस्त राजा के पर्व पर जुलूस निकालने के साथ प्रेयर की गई। इस एक महीने में येशू मसीह के जन्म वृतांत के अलग-अलग विषयों पर चिंतन करने के साथ आध्यात्मिक साधना भी की जाती है। समाज के प्रत्येक घरों पर रंग-रोगन के साथ गौशाला एवं क्रिसमस ट्री बनाया जाता है।
गाए जा रहे कैरोल सांग्स
घरों पर रोशनी करने के साथ समाज के वरिष्ठ बालक येशू की मूर्ति लेकर घर-घर जाकर कैरोल सांग्स गाने हेतु पहुंच रहे है एवं बालक येशू के जन्मदिवस आने का संदेश देते है। मुख्य झांकी कैथोलिक चर्च परिसर मंें सजने के साथ क्रिसमस ट्री भी बनाया जाता है। क्रिसमस पर्व पर रात 12 बजे ईश्वर के जन्मोत्सव की विशेष प्रार्थना करते हुए खुशियां मनाई जाती है। समाजजनों द्वारा बाजार में सजी दुकानों पर भी खरीदी की जा रहीं है। एक माह तक समाजजजनों द्वारा विशेष तैयारियों का क्रम चलेगा।
8 झाबुआ- 1- बाजार में सजी सजावट सामग्रियों की दुकान