आईएसबीटी एमआर -10 व्यवसायिक और रख रखाव की अलग एजेंसी का प्रस्ताव
97/ 2 और 97/4 योजना सहित विभिन्न योजनाओं में 325 करोड़ रुपए से ज्यादा के कार्यों को मंजूरी
इंदौर:शहर में बीआरटीएस सड़क पर फ्लाई ओवर ब्रिज के साथ एलिवेटेड कॉरिडोर के सर्वे की कंपनी तय हो गई है. एमआर 10 कुमेड़ी में निर्माणाधीन आईएसबीटी के रखरखाव और व्यवसायिक ऑपरेशन के लिए अलग एजेंसी नियुक्त के जाएगी. खास बात यह कि शहर में केबल कार चलाने के दो रुट पर भी मंजूरी हो गई है.आईडीए बोर्ड बैठक में आज कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर निर्णय लिए गए. पदेन अध्यक्ष दीपक सिंह की उपस्थिति में केबल कार चलाने के दो रुट पर मंजूरी दी गई है.
साथ ही सुप्रीम कोर्ट से जीती जमीन पर रेती मंडी और तेजपुर गड़बड़ी की योजना 97/2 और 97/4 की जमीन पर विकास कार्य शुरू करना, आईएसबीटी एमआर 10 में बनी दुकानों, ऑफिस और रेस्टोरेंट का अलग और बस स्टेंड की सफाई एवं रख रखाव के लिए दो अलग एजेंसी के टेंडर बुलाने पर सहमति बनी है. बैठक में शहर के बीआरटीएस और एक एलिवेटेड कॉरिडोर के साथ विभिन्न फ्लाई ओवरों के फिजिबिलिटी सर्वे के टेंडर में मेसर्स व्ही.के. इन्फ्राटेक मैनेजमेंट प्रा.लि., दिल्ली की निविदा स्वीकृत की गई। वहीं बस स्टैंड के लिए अलग से ट्रांजेक्शन सलाहकार नियुक्त करने की अनुमति दी गई.
यह भी थे मौजूद
बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह, निगम आयुक्त शिवम वर्मा, वन संरक्षक एम.एस. सोलंकी, सीईओ आर.पी. अहिरवार सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
प्रमुख निर्णय एक नजर में
– शहर में एरियल रोप-वे ट्रांजिट सिस्टम के रूट फायनल करते हुए 2 रूट का चयन किया गया.
– पहले रूट पर चंदन नगर चैराहा, गंगवाल बस स्टेण्ड, मालगंज चौराहा, यशवंत रोड़, गुरूद्वारा, जवाहर मार्ग चौराहा, सरवटे बस स्टेण्ड, महाराजा यशवंत हास्पीटल एवं शिवाजी प्रतिमा तक.
– दूसरा रूट रेल्वे स्टेशन, मालवा मिल चौराहा, पाटनीपुरा चौराहा ,भमौरी एवं विजय नगर चैराहा तक शामिल है।
उक्त दोनों रूट पर विस्तृत सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
– योजना क्रमांक 97 भाग-2 में 118.35 करोड़ रुपए से विकास कार्य
– योजना क्रमांक 97 भाग-4 में 207.00 करोड़ रुपए से विकास कार्य
– योजना क्रमांक 134 के रो-हाऊसेस के संधारण कार्य हेतु 1.69 करोड़ रुपए
– राजेंद्र नगर में नवनिर्मित लता मंगेशकर आडिटोरियम का संचालन निजी संस्था को देने के पहले आवश्यक शर्तो पर निर्णय
– खजूरी बाजार में तुलसीदास राम मंदिर का जीर्णोद्धार के टेंडर को मंजूरी दी गई। मंदिर का जीर्णोद्धार 2.25 करोड़ रूपए किया जाएगा.