प्रयागराज, 27 नवंबर (वार्ता) संगम नगरी प्रयागराज में अगले साल शुरु होने वाले महाकुंभ 2025 से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को गंगा पूजन करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज आएंगे और मां गंगा का पूजन करेंगे। उन्होने निर्देश दिए कि गंगा को पूरी तरह स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए जनसहयोग को प्राथमिकता दी जाए।
महाकुम्भ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुम्भ के महत्व को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया जाए। हर वर्ग के लोगों को महाकुम्भ से जोड़ा जाए, ताकि यह आयोजन ‘ग्रीन प्रयागराज-ग्रीन महाकुम्भ’ के लक्ष्य के साथ विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़े। उन्होंने कहा कि 2019 में कुम्भ के सफल आयोजन के बाद हमसे अपेक्षाएं और अधिक हैं।
उन्होने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विशेष योजनाओं पर जोर दिया। पुलिस को सहयोगात्मक व्यवहार अपनाने का निर्देश देते हुए उन्होंने ड्रोन से निगरानी, साइबर सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विशेष स्नान तिथियों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाए और आपदा मित्रों की तैनाती सुनिश्चित की जाए।
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी को बेहतरीन बनाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 7000 बसें चलाई जाएंगी और इलेक्ट्रिक बसों के जरिए स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन सुनिश्चित किया जाएगा। स्वच्छता के लिए अतिरिक्त मैनपावर लगाने और सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के साथ जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
याेगी ने कहा कि श्रद्धालुओं को डिजिटल महाकुम्भ का भी अनुभव मिलेगा। तकनीकी प्रबंधों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे महाकुम्भ के विभिन्न आयामों को डिजिटल रूप में प्रस्तुत किया जा सके। साथ ही, प्रयागराज में मोहल्ला समितियों को सक्रिय करते हुए ‘ग्रीन महाकुम्भ’ के लक्ष्य को साकार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समय पर कार्य पूरे करने और गुणवत्ता से कोई समझौता न करने का निर्देश दिया। संगम नोज पर लैंड फिलिंग का कार्य और शहर की उखड़ी सड़कों का निर्माण समय पर पूरा करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अति आत्मविश्वास से बचें और प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को तैयार रखें।
योगी आदित्यनाथ ने मेला क्षेत्र में चिकित्सा के लिए अस्थायी अस्पताल तैयार करने और स्वच्छता को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने महाकुम्भ से जुड़े विभिन्न आयामों के अध्ययन के लिए विशिष्ट संस्थानों का सहयोग लेने पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ 2025 के लिए पूरी दुनिया में उत्सुकता है और इसे जनसहयोग से ऐतिहासिक बनाया जाएगा। उन्होंने महाकुम्भ की परियोजनाओं की प्रगति पर संतुष्टि जताई।