नयी दिल्ली 18 नवम्बर (वार्ता) भारतीय तटरक्षक बल 28 और 29 नवंबर को केरल के कोच्चि में 22वीं राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव बोर्ड बैठक के साथ-साथ अब तक के सबसे बड़े राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव अभ्यास (सारेक्ष-24) की मेजबानी के लिए तैयार है।
तटरक्षक बल के प्रवक्ता ने सोमवार को बताया की इस कार्यक्रम की विषय वस्तु “ क्षेत्रीय सहयोग के माध्यम से खोज और बचाव क्षमताओं को बढ़ाना” है। दो दिन के कार्यक्रम में अब तक के सबसे बड़े रियल-टाइम सिमुलेशन होंगे जिनका उद्देश्य प्रभावी खोज और बचाव संचालन तथा क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री हितधारकों के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के लिए आवश्यक कौशल को निखारना है। समुद्री विशेषजों का यह जमावड़ा न केवल खोल और बचाव क्षमताओं को बढ़ाएगा बल्कि भागीदार देशों के 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की भागीदारी से संबंधों को भी मजबूत करेगा। यह अभ्यास दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर भारत के समुद्री सुरक्षा के लिए मजबूत क्षेत्रीय समन्वय के सक्रिय रुख को दर्शाता है।
यह पहल न केवल अपनी स्वयं की एसएआर क्षमताओं को मजबूत करने बल्कि वैश्विक समुद्री सुरक्षा मानकों में योगदान देने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करती है। यह कार्यक्रम परिचालन तत्परता बढ़ाने और समुद्री सुरक्षा में मजबूत क्षेत्रीय समन्वय स्थापित करने में भारत के नेतृत्व को प्रदर्शित करेगा। कार्यशाला सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और मित्र देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करेगी। आधुनिक समुद्री चुनौतियों की जटिलताओं को दूर करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में यह बढ़ी हुई भागीदारी महत्वपूर्ण है। क्षेत्रीय सहयोग पर कार्यक्रम का जोर व्यापक समुद्री सुरक्षा और परिचालन उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।