माॅस्को 16 नवंबर (वार्ता) जी7 नेताओं ने शनिवार को यूक्रेन को जब तक ज़रुरत हो, तब तक समर्थन जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
इटली के प्रधानमंत्री एवं जी7 के अध्यक्ष जियोर्जिया मेलोनी के एक बयान में कहा गया ”हम ग्रुप ऑफ़ सेवन (जी7) के नेता यूक्रेन को जब तक ज़रूरत हो, तब तक अपना अटूट समर्थन दोहराते हैं।”
जी7 नेताओं ने रूस पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ निर्यात नियंत्रण और अन्य उपाय लागू करने का भी संकल्प लिया।
चौबीस फरवरी 2022 को रूस ने कीव से लगातार आठ वर्षों के हमलों के बाद डोनबास क्षेत्र को आज़ाद कराने के लिए यूक्रेन में एक विशेष सैन्य अभियान शुरू किया। इसके जवाब में पश्चिम और उसके सहयोगियों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए और यूक्रेन को हथियार आपूर्ति करना शुरू कर दिया।
रूस का मानना है कि यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति समझौते में बाधा डालती है एवं सीधे नाटो देशों को संघर्ष में शामिल करती है और ”आग से खेल रही है।”
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के लिए हथियार युक्त कोई भी माल रूस के लिए वैध लक्ष्य होगा। श्री लावरोव के अनुसार अमेरिका और नाटो सीधे संघर्ष में शामिल हैं जिसमें न केवल हथियारों की आपूर्ति करना बल्कि ब्रिटेन, जर्मनी, इटली और अन्य देशों में कर्मियों को प्रशिक्षण देना भी शामिल है। क्रेमलिन ने कहा कि पश्चिम द्वारा यूक्रेन को हथियार मुहैया कराना वार्ता में योगदान नहीं देगा और इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।